जगदंबा कोठारी
प्रदेश में कोरोनावायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार देर शाम एम्स में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई है। महिला उत्तर प्रदेश जिले के बिजनौर से ऋषिकेश स्थित एम्स में कैंसर के इलाज के लिए भर्ती थी एवं कोरोना संक्रमित थी, जिस की देर शाम मौत हो गई।
महिला के कैंसर का इलाज लंबे समय से एम्स ऋषिकेश में चल रहा था और 19 मई को महिला का कोविड-19 सैंपल लिया गया और 20 मई को महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद इन्हें कोविड-19 वार्ड में भर्ती किया गया और कल देर शाम महिला की मौत हो गई।
इनकी मौत के साथ ही प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमित मृतकों की संख्या 2 हो गई है। इससे पहले भी हल्द्वानी लालकुआं की एक 56 वर्षीय महिला की मौत भी ऋषिकेश एम्स में हो चुकी है।
वहीं अभी हरिद्वार से दो नए और ऋषिकेश स्थित बैराज कॉलोनी की गर्भवती महिला, जिसकी रिपोर्ट कल पॉजिटिव आई थी उनके पति में भी आज कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, जिन्हें ऐम्स में आइसोलेट किया गया है। ऋषिकेश स्थित ऐम्स में लगातार बढ़ रहे कोरोना पेशेंट की संख्या को लेकर एम्स प्रशासन में हड़कंप मचा है और जो पेशेंट वहां अन्य इलाज के लिए भर्ती हैं उनमें भी डर का माहौल है।
इससे पहले देर रात चंपावत से भी 7 मरीजों की रिपोर्ट को रोना पॉजिटिव आई है यह सभी प्रवासी हैं और इन्हें आपको भी कोविड-19 अस्पताल चंपावत में भर्ती किया जा रहा है।
इसके साथ ही अब प्रदेश में कुल संक्रमित मृतकों की संख्या दो एवं संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 163 हो गई है जो कि सरकार के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के लिए भी चिंताजनक है।
कोरोनावायरस रोकने का एक कारगर तरीका यह हो सकता है कि प्रवासियों का सैंपल बॉर्डर क्रॉस करते ही ले लिया जाए और उनकी रिपोर्ट को प्राथमिकता से 2 दिन के अंदर लाने तक उन्हें वहीं पर क्वॉरेंटाइन करके रखा जाए। सिर्फ रिपोर्ट आने तक 2 दिन के लिए रोकने से सरकार पर अधिक आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा।