सतपाल धानिया/विकासनगर
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से वैसे तो पूरा विश्व संघर्ष कर रहा है। हर कोई किसी न किसी रूप में अपना सहयोग दे रहा है।देश क़ा हर व्यक्ति इस कोरोना वायरस रूपी दैत्य से छुटकारा पाना चाह रहा है, लेकिन कुछ चेहरे ऐसे है जो अपनी जान को दांव पर लगाकर देश और देशवासियों की जान की हिफाजत करने के लिए अपना सर्वस्व त्याग कर एक मिशन के तौर पर कोरोना की जंग को खत्म करने में लगे हैं। ऐसे ही कुछ चेहरो से आज हम आपको रूबरू करवाते हैं, जो सीमित संसाधनों और विकट परिस्तिथियों में मानव सुरक्षा धर्म और राष्ट्र धर्म क़ा पालन कर रहे हैं।
देहरादून का कालसी थाना कोरोना वायरस के लिहाज से बहुत ही संवेदनशील थाना है। कालसी थाने का प्रभार वर्तमान में दीपक धारीवाल संभाल रहे हैं। कालसी थाना पूर्ण रूप से पहाड़ी क्षेत्र में आता है और कालसी थाना क्षेत्र का बहुत बड़ा एरिया हिमाचल की सीमाओं से लगता है और थाना क्षेत्र अन्तर्गत कई गांवों पहाडों की चोटियों पर बसे हैं, जहां वाहन भी नहीं पहुचते हैं, पैदल पगडंडियों पर चलकर पुलिस टीम गांवों में पहुंचकर लॉकडाउन का पालन करवा रही है और जरूरतमंद लोगों तक खाना और दवाईंया पहुंचा रही है। लॉकडाउन के चलते वाहनों को पूर्णतया प्रतिबंधित किया गया है, जिसके चलते बीमार लोगों को अस्पताल तक नहीं पहुंचाया जा सकता, लेकिन कालसी थानाध्यक्ष दीपक धारीवाल सरकारी वाहन और अन्य माध्यमों से बीमार व्यक्तियों का इलाज और व्यवस्थाएं संभाले हुए हैं।
साथ ही बड़ी मुस्तैदी से हिमाचल की सीमाओं से उत्तराखंड आने वाले बाहरी राज्यों के व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णतया बंद किया हुआ है। साथ ही पहाड़ी क्षेत्र होने के बावजूद गांव गांव पैदल जाकर लॉक डाउन का पालन सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रख रहे हैं। जब से लॉकडाऊन शुरू हुआ है, तब से कालसी थानाध्यक्ष दीपक धारीवाल अपने परिवार से भी नहीं मिले, उनका कहना है कि कर्तव्य और देश पहले परिवार बाद में है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में स्थानीय अभिसूचना ईकाई (L I U )के सहयोग को हमेशा याद किया जाएगा। सीमित संसाधनो के बावजूद L I U ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को खत्म करने में अमिट छाप छोड़ी है।विकासनगर स्थानीय अभिसूचना ईकाई के सब इंस्पेक्टर मनोज पाल द्बारा अथक प्रयास कर 96 लोगो को इंस्टिट्यूसन कोरोनटाइन कराया गया है। 15 विदेशियों की तलाश की गयी है और 8 विदेशियों को सकुशल विदेश भेजा गया है। साथ ही सैकड़ो जमातियों की पहचान कर उनका उचित चिकित्सा परीक्षण होम कोरोनटाइन और इंस्टिट्यूसन कोरोनटाइन कराया गया है। साथ ही मुस्लिम समुदाय से अच्छा समन्वय स्थापित कर उनके सहयोग से कोरोना संभावितों को चिन्हित किया गया एलआईयू विकासनगर के सब इंस्पेक्टर मनोज पाल की सूचनाओं से पुलिस प्रशासन व चिकित्सा विभाग को कोरोना वायरस की रोकथाम में बहुत फायदा हुआ है और स्थानीय अभिसूचना ईकाई के प्रति लोगों क़ा विश्वास भी बढ़ा है। सब इंस्पेक्टर मनोज पाल के कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम की अधिकारी भी प्रसंशा कर रहे हैं।
तो वहीं बात करते हैं विकासनगर कोतवाली में तैनात महिला उप निरीक्षक हिमानी चौधरी की हिमानी चौधरी लॉकडाउन शुरू होने से अब तक सड़कों चौराहों और गांवों में रात दिन देश की सेवा और कोरोना वायरस क़ा संक्रमण क्षेत्र में न फैले, उसके लिए अथक प्रयास करती हुयी देखी जा रही है। जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है, हिमानी चौधरी अपने परिवार से नहीं मिली और न ही घर गयी। लॉकडाउन होने के कारण हिमानी चौधरी जरूरतमंदों को घर घर जाकर राशन पहुंचा रही है। खासकर महिलाओं को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दे रही है। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाना और उनका प्रसव तक कराने में सहयोग कर रही है। साथ ही अगर कोई लॉकडाउन क़ा उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है। उसका सख्ती से पालन करवाने में अहम भूमिका निभा रही है। इनके द्बारा लॉकडाउन में वाहन चलाने वालों पर कार्यवाही भी की जा रही है और ऐसे वाहनों का चालान सीज और चालकों पर मुकदमें भी दर्ज किये जा रहे हैं। जिससे कि क्षेत्र में किसी भी तरह कोरोना संक्रमण न फैले और क्षेत्र में व्यवस्था बनी रहे।
तो वहीं एक ऐसा ही नाम है सहसपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत धर्मावाला चौकी प्रभारी अर्जुन गुसाईं का। चौकी प्रभारी के रूप में यह पहला कार्यकाल है और इतना अनुभव भी नहीं था, लेकिन कोरोना वायरस से देश को बचाने के जोश और जज्बे ने इन्हें एक अलग ही पहचान दिलाई है। धर्मावाला पुलिस चौकी हिमाचल हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं से लगती है और यह क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ है और कोई भी संक्रमित बाहरी व्यक्ति जंगल के रास्ते क्षेत्र में घुस सकता है, लेकिन अर्जुन गुसाईं अपनी पुलिस टीम के साथ रात दिन जंगलों में गश्त कर रहे हैं और किसी को भी उत्तराखंड में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं।
साथ ही अंतर्राज्यीय बॉर्डर दर्रारीट को पूर्णतया सील किया हुआ है। साथ ही गांवों में घूम घूमकर लॉकडाउन का पालन करवा रहे हैं और विषम परिस्तिथियों में अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं और जरूरतमंदों को राशन व दवाइयां उपलब्ध करवा रहे हैं। इनके द्बारा चौकी क्षेत्र में ही कोरोनटाइन सेंटर बनाकर बाहरी राज्यों के मजदूरों को जो लॉकडाउन में फंस गए थे। उन्हें कोरोनटाइन किया हुआ है और उनके खाने पीने की व्यवस्था भी अर्जुन गुसाईं अपने माध्यम से कर रहे हैं और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालो पर कार्यवाही भी कर रहे हैं और ग्रामीणों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करवा रहे हैं। अर्जुन गुसाईं की सक्रियता के चलते दर्जनों लोग जो जमात और बाहरी राज्यों से आये थे, उन्हें उचित चिकित्सीय परीक्षण के देहरादून आइसोलेसन सेंटर में भर्ती करवाया गया, जिससे क्षेत्र को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाया जा सके।