स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के भीमताल स्थित मेहरा गांव में जल स्रोत में तीन दिनों से एक गाय मरी होने के बाद लगभग 800 परिवारों का पेयजल दूषित हो गया है । ग्रामीणों ने गाय को श्रोत से बाहर निकालकर बड़े गड्ढे में दफना दिया ।
नैनीताल जिले में भीमताल मार्ग में पड़ने वाले मेहरा गांव में अच्छी खासी आबादी वास करती है । इस आबादी को सदियों से प्राकृतिक जलश्रोत पेयजल मुहैय्या कराते हैं । ग्रामीणों को शुद्ध प्राकृतिक मिनरल पेयजल मिलता है । पिछले तीन दिनों से यहां मुख्य मार्ग से कुछ ऊंचाई पर पहाड़ी से एक गाय गहरे जलश्रोत में जा गिरी । अब गाय दुर्गंध देने लगी और बीमारी फैलने का भय हो गया ।
यही कारण है कि, मेहरा गांव की आधी आबादी पीने के पानी से वंचित हो गई है । क्षेत्र में दुर्गंध आने से ग्रामीण खोज करने पहुंचे तो पता चला कि जलश्रोत में एक गाय गिर गई है । आज मेहरा गांव के ग्रामीण गाय हो हटाने के लिए घटनास्थल में पहुंचे । लगभग आधा दर्जन ग्रामीणों ने रस्सी और बल्ली की सहायता से गाय को श्रोत से बाहर निकाला और एक गहरा गड्ढा कर उसे दफना दिया ।
अनुमान लगाया जा रहा हैै की गाय अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिरी होगी और उसे तलाशा नहीं जा सका होगा । गाय वहीं तड़प तड़प के मर गई होगी ।