हर्षमणि उनियाल
पौड़ी गढ़वाल में होम क्वॉरेंटाइन किए गए व्यक्ति की मौत के बाद उनकी पत्नी ने स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। इसके पीछे स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन की गंभीर लापरवाही सामने आ रही है।
मृतक की पत्नी ने आज की स्थिति के लिए सभी को सवालों के घेरे में लिया।
इस रिपोर्ट के पॉजिटिव आने के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया है।
मृतक के परिवार सहित गाँव के लोग अब डर के साये में जी रहे है।
युवक की तबीयत पहले से खराब थी तो युवक को घर क्यों भेजा गया !
पहले क्यों नहीं उसकी जांच की गई !
स्वास्थ्य विभाग की एक जरा सी लापरवाही के कारण आज पूरा गांव खतरे की जद में आ गया है।
मृतक की बॉडी को पोस्ट मार्टम के लिए जिला अस्प्ताल ले जाया गया।
कोरोना के टेस्ट के लिए सैम्पल भी लिया गया ऐसे में बॉडी को क्यों वापस भेजा गया !
सबसे अहम सवाल यह है कि अभी तक उनकी पत्नी का सैंपल क्यों नहीं लिया गया !
पौड़ी गढ़वाल के पाबौ ब्लॉक के पीपली गांव में 10 मई तारीख को गाजियाबाद से लौटा व्यक्ति, जिसकी होम क्वॉरेंटाइन के दौरान 21 मई की रात लगभग साढ़े 9 बजे मौत हो गयी थी, जिसका 22 मई को जिला अस्पताल पौड़ी में पोस्टमार्टम कर दिया गया था और जैसा कि गांव के प्रधान ने पर्वतजन से फोन पर बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संसाधनों की कमी के चलते बॉडी को वहां नही रखा।
गाँव पहुंचने के बाद काफी संख्या में गाँव के लोग उस व्यक्ति की अंत्येष्टि में शामिल हुए थे और अब 25 मई को मृतक की जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चला कि वह व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव था।
इस रिपोर्ट के बाद पर्वतजन से परिवार के लोगों ने संपर्क साधा और फोन पर मृतक की पत्नी ने बताया कि उनके परिवार का अभी तक सैम्पल नही लिया गया है।
घर मे कोई भी पुरुष नही हैं, ऐसे में वह और भी डरे हुए है।
“10 मई से लेकर 21 मई तक स्वास्थ्य टीम एक बार भी उनके घर पर नही गयी।”
जबकि ग्राम प्रधान पति राजेंद्र चमोली और पटवारी विजय कह रहे है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को बार बार बताया गया और स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां नही पहुंची।
मृतक की पत्नी ने ग्राम प्रधान की कार्यशैली पर गंभीर सवालिया निशान अपने फोन वार्ता के दौरान लगाये है।
पटवारी विजय सिंह से दो बार फोन पर बात की गई।
पहली बार हमारे द्वारा फोन किया तो उस वक़्त भी पूरा जवाब दिए बिना फोन काट दिया गया, दुबारा जब पटवारी का स्वयं फोन आया तब भी जब उनसे उनकी जिम्मेदारी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने दुबारा से फोन काट दिया।
फोन पर मृतक के परिवार ने बताया कि उनका अभी तक सैम्पल नही लिया गया है। पटवारी ने भी कहा कि “प्रधान के फोन करने पर भी अभी टीम नही पहुंची सब जगह ऐसे ही चल रहा है।”
पहले भी स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा भारी लापरवाही की गयी और अब भी की जा रही है। उन्हें यह कहा गया है कि अगर कुछ लक्षण दिखेंगे तो वे तुरंत आकर सैम्पल लेंगे।
ग्राम प्रधान का कहना है कि मृतक के परिवार का सैम्पल ले लिया गया है, जबकि पाबौ अस्प्ताल में तैनात डॉ निकिता का कहना है कि सैम्पल अभी नही लिए गए है, इसके लिए प्लान किया जा रहा है।
अब कब प्लान एक्शन में आएगा ये भी देखने वाली बात है।
यह भी एक अहम सवाल है कि इस मामले में लापरवाही करने वाले जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कुछ कार्यवाही होगी भी या नहीं