लगातार बढ़ते कार्डिएक अरेस्ट और जानलेवा संक्रमण जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी के नर्सिंग विभाग में कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें वरिष्ठ विशेषज्ञों ने प्राथमिक चिकित्सा और जीवन रक्षक तकनीकों की जानकारी दी। इस दौरान अंतिम वर्ष के छात्रों को मेदांता हॉस्पिटल में पेशेवर बनने का प्रस्ताव हासिल हुआ।
देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में नर्सिंग विभाग की ओर से तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य नर्सिंग छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान कर भविष्य के लिए मार्गदर्शन करना था। कार्यशाला में पहले दिन वरिष्ठ विशेषज्ञों के तौर पर मेदांता हॉस्पिटल के हिमांशु जोशी और शिवांगी डागर ने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किये और जीवनरक्षक प्रणाली से अवगत कराया। इस दौरान कार्डिएक अरेस्ट जैसी आपातकालीन स्थिति में मरीज़ को समय रहते बचाने के लिए कार्डियक लाइफ़ सपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। वहीं कार्यशाला के दूसरे दिन हॉस्पिटल में उपजने वाले सामान्य संक्रमण से लेकर जानलेवा संक्रमणों से अवगत कराया गया। साथ ही संक्रमण रोकथाम हेतु उठाये जाने वाले आवश्यक कदमों पर चर्चा की गयी। कार्यशाला के अंतिम दिन बीएससी नर्सिंग के अंतिम वर्ष छात्रों के लिए प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित की गयी, जिसमें छात्रों को मेदांता हॉस्पिटल में नौकरी का प्रस्ताव मिला। छात्रों ने कार्यशाला व प्लेसमेंट ड्राइव को उनके करियर के लिए मील का पत्थर बताया। विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ प्रीति कोठियाल ने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से छात्रों को पेशेवर बनने के दौरान स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी और प्लेसमेंट ड्राइव उनके कॅरियर में मील का पत्थर साबित होगी। डीन नर्सिंग डॉ सुमन वशिष्ठ ने छात्रों को शुभकामनाएँ दीं और उन्हें भविष्य में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन नवल पुंडीर और धीरज पराशर ने किया। जबकि उमंग, शाहिदा और एश्ली ने कार्यशाला के दौरान अपनी सक्रिय भागीदारी निभायी।