बेहतर रोज़गार कि संभावनाओं के मद्देनज़र खादी एवं ग्रामोद्योग द्वारा देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमन्त्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न जानकारियाँ छात्रों को प्रदान की गयीं|
मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में खादी एवं ग्रामोद्योग द्वारा चलाये गए जागरूकता कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्रों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया| इस दौरान फैशन डिज़ाइन, एग्रीकल्चर और फूड-टेक के छात्रों ने खादी एवं ग्रामोद्योग में सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में जानकारी हासिल की| साथ ही, खादी में अपने भविष्य को संवारने की दिशा में कदम बढ़ाया| ‘खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन’ विषय पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम के दौरान खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के राज्य निदेशक राम नारायण ने कहा कि केंद्र सरकार की लाभकारी योजनाओं के कारण खादी अब एक बड़ा ब्रांड बन चुका है, जहां छात्र अपने सुनहरे भविष्य की असीम संभावनाओं को तलाश रहे हैं| वहीं, प्रधानमन्त्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं ताकि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के लोगों को रोज़गार के नए अवसर प्राप्त हो सकें| वहीं, आयोग के सहायक निदेशक जेएस मालिक और राजेश कुमार, प्रशिक्षक (केवीआईसी) ने कहा कि खादी अब मात्र पारंपरिक परिधानों का नाम नहीं रहा, बल्कि फैशन का एक ब्रांड बन चुका है| इसलिए अब फैशन डिज़ाइन के छात्र भी खादी की ओर रुख कर रहे हैं| इसके अलावा खाद्य प्रसंस्करण से लेकर एग्रीकल्चर के छात्र भी खादी के अंतर्गत अपना भविष्य संवार सकते हैं| डीन, स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म, लिबरल आर्ट्स एंड फैशन डिज़ाइन प्रोफ़ेसर दीपा आर्या ने फैशन डिज़ाइन के छात्रों को भविष्य की चुनौतियों से अवगत कराते हुए खादी को एक बेहतर विकल्प बताया| कार्यक्रम में शरद मधुकर, प्रशिक्षण (केवीआईसी) सहित, अंकिता उनियाल, डॉ. रूचि बडोनी, राखी विरमानी, ज्योति, आदि उपस्थित थे|