चमोली की डीएम स्वाति एस भदौरिया जोकि कोरोना कंट्रोल के बीच खासी चर्चाओं में हैं।
कभी इनकी पर्यावरण मित्रों को थाने में बन्द कराने की धमकी देने की खबर आती है तो कभी इनकी सोशियल मीडिया पर अपलोड एक पोस्ट पर विधायक मुन्ना सिंह चौहान की इनको नसीहत।
ये वाकया अभी दो दिन पूर्व का ही है, जब गोपेश्वर के एक समाजसेवी वीरेंद्र असवाल अपनी तरफ से पचास-पचास हजार के दो चैक के माध्यम से कोरोना आपदा राहत कोष में अपना अनुदान देने कलेक्टर ऑफिस गोपेश्वर पहुंचे तो चेक ग्रहण करते हुए डीएम अपनी कुर्सी से भी नहीं उठी।
इस पर भाजपा के विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने फेसबुक पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि :–
I’m shocked and disappointed to see this picture. The lady DM of Chamoli, didn’t show grace and etiquette to rise from her seat to receive contributions one lakh(50,000 each) into PM & CM relief funds from shri Virendra Aswal.Such a conduct is a sheer arrogance and total disrespect to a citizen discharging his national duty…….let me hope Chief secretary to take notice & corrective action
जिसका हिंदी में अर्थ है —
(मैं हैरान और निराश हूँ इस तस्वीर को देखकर। चमोली की महिला डीएम ने श्री वीरेंद्र असवाल से पीएम और सीएम को राहत राशि में एक लाख (50,000 प्रत्येक) योगदान प्राप्त करने के लिए अपनी सीट से उठने के लिए अनुग्रह और शिष्टाचार नहीं दिखाया। नागरिक अपने राष्ट्रीय कर्तव्य का निर्वहन करते हैं। …… मुझे आशा है कि मुख्य सचिव नोटिस और सुधारात्मक कार्रवाई करेंगे)