रिपोर्ट/मंजू खत्री
हे0न0ब0 गढ़वाल विष्वविद्यालय श्रीनगर के भौंतिकी विभाग के सहायक प्रोफेसर डाॅ0 आलोक सागर गौतम को उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए वार्षिक शोध सम्मान के लिए चुना गया। हे0न0ब0 गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा गठित अनुसंधान और परामर्ष समन्वय सेल (आर0सी0सी0 सेल) के द्वारा विष्वविद्यालय के शिक्षकों से उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए आवेदन मांगे गये थे, जिसमें आर0सी0सी0 सेल द्वारा षिक्षकों से उनके शोध कार्य, शोध पत्र, शोध परियोजनाओं, इम्पैक्ट फैक्टर, साइटेषन इन्डैक्स आदि मानदण्डों से सम्बन्धित आवेदन मांगे गये थे जिसमें सर्वोच्च और उत्कृष्ट शोध पत्रों, शोध परियोजनाओं को प्रकाशित करने के लिए भौंतिकी विभाग के प्रोफेसर डा0 आलोक सागर गौतम को चुना गया।
डाॅ0 आलोक सागर गौतम लगातार वायु की गुणवत्ता का अध्ययन, बादल बनने की प्रक्रिया को समझने, बिजली गिरने की घटनाओं, ग्लेशियर पर ब्लैक कार्बन एयरोसोल के प्रभावों पर शोध कर रहे हैं अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में 55 से ज्यादा शोध पत्र प्रकाशित कर चुके हैं। कई शोध परियोजनाओं को पूर्ण और कार्य कर रहे हैं।
डाॅ0 गौतम मानव स्वास्थ्य और खासकर महिलाओं के स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषणों के प्रभाव पर शोध कर रहे हैं। डाॅ0 गौतम को पूर्व में भी अंतर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया गया, जिसमें इंटरनेशनल सेन्टर फार थ्योरिटिकल फिजिक्स इटली द्वारा एसोसियेटषिप, 28वें भारतीय दल के रूप में दक्षिणी ध्रुव अंटार्कटिका में शोध कार्य, उत्तराखंड साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी (यूकास्ट) देहरादून द्वारा युवा वैज्ञानिक सम्मान, पर्यावरण विशेषज्ञ सम्मान आदि से सम्मानित किया जा चुका है।
डाॅ0 गौतम समाज के लिए शोध के आधार पर आउटरीच कार्यक्रमों के तहत् विभिन्न कार्यक्रमों में संचालित कर रहे हैं जिसमें एरोसोल, एअर क्वालिटी एण्ड क्लाइमेट चेंज रिसर्च सोसायटी के माध्यम से समाज के कल्याण के लिए शोध, जे0एस0टी0आर0 शोध पत्रिका के माध्यम से शोध कार्यों को बढ़ावा दे रहे हैं और विष्वविद्यालय के छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।
डाॅ0 गौतम हे0न0ब0 गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर के इन्नोवेषन सेल के उपाध्यक्ष और आई0क्यू0ए0सी0 के सदस्य भी हैं।