अनुज नेगी
अगर आप सरकारी विभागों में ठेकेदारी करते हो और आपको बिना अनुभव के निर्माण कार्य नही मिल रहे है तो बना दीजियेगा फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र और कीजिये करोड़ों के निर्माण कार्य।
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार कल्जीखाल ब्लाक प्रमुख और द्वारीखाल ब्लाक प्रमुख की निर्माणाधीन संस्था केबीएम कंस्ट्रक्शन पर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के जरिए करोड़ों के निर्माण कार्य करने का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है,यह फर्जीवाड़ा आरटीआई के माध्यम से उजागर हुआ है।
आरटीआई खुलासा
पौड़ी के एक अधिवक्ता व आरटीआई कार्यकर्ता महेन्द्र सिंह असवाल को आरटीआई के माध्यम से मिली जानकारी से पता चला है, कि केबीएम कंस्ट्रक्शन निर्माणधीन संस्था ने पीएमजीएसवाई में करोड़ो के निर्माण कार्य के लिए हिमाचल प्रदेश के लोनिवि हमीरपुर के जो अनुभव प्रमाण पत्र लगाए हैं, वह अनुभव प्रमाण फर्जी हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता महेन्द्र सिंह असवाल को सूचना अधिकार अधिनियम से मिली जानकारी से पता चला कि लोनिवि हमीरपुर हिमाचल में केबीएम कंस्ट्रक्शन निर्माणधीन संस्था ने किसी भी प्रकार का सड़क व पुलों का निर्माण कार्य नही कराया और न ही केबीएम कंस्ट्रक्शन निर्माणधीन संस्था को लोनिवि हमीरपुर से किसी भी प्रकार का अनुभव प्रमाण पत्र जारी नही किया गया।
आरटीआई कार्यकर्ता ने बताया केबीएम कंस्ट्रक्शन निर्माणधीन संस्था के निदेशक कल्जीखाल ब्लाक प्रमुख बीना राणा है,जबकि संस्था के वित्त नियंत्रक द्वारीखाल ब्लाक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा है। उन्होंने बताया संस्था के निदेशक व वित्त नियंत्रक के अलावा 22 कर्मचारी व पदाधिकारी हैं, जिनका कोई भी पता नही है। वहीं आरटीआई कार्यकर्ता महेंद्र सिंह असवाल ने पीएमजीएसवाई के मुख्य अभियंता से केबीएम कंस्ट्रक्शन निर्माणधीन संस्था की शिकायत कर दी है।
” हमारी संस्था पर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद है,यह हमारे छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है,इन लोगो ने फर्जी तरीके से कागज बनाने है। “—–महेंद्र सिंह राणा-वित्त नियंत्रक केबीएम कंस्ट्रक्शन व ब्लाक प्रमुख द्वारीखाल