होटल मालिकों और निजी संस्थानों पर मेहरबान हुआ जलसंस्थान,जनता को प्यासा रख कर मौज ले रहे जल संस्थान के अधिकारी
सरकारी हेडपंपों पर मोटर लगा लाखों लीटर पानी किया जा रहा है बर्बाद
अनुज नेगी
पौड़ी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रॉजेक्ट जल बचाओ को जल संस्थान पलीता लगा रहा है,सरकारी हेडपंपों पर मोटर लगा कर लाखों लीटर पानी बर्बाद दिया जा रहा है।
जनपद पौड़ी गढ़वाल के लैंसडाउन तहसील में सड़क पर ग्रामीणों की सुविधा के लिए लगाए गए हैंडपम्पों से होटलों और निजी संस्थानों को पूरी पाइपलाइन दे दी गई है। पाइपलाइन कनेक्शन लेने की बजाय सीधा हैंडपम्प से बिजली की मोटर लगाकर पानी की आपूर्ति होटलों और संस्थाओं में पूरी की जा रही है।
लैंसडाउन तहसील एक तरफ जहां आम आदमी को पीने का पानी नसीब नही हो रहा, वहीं दूसरी ओर जल संस्थान द्वारा लैंसडाउन, जयहरीखाल, गुमखाल पर ग्रामीणों की सुविधा के लिए लगाए गए हैंडपम्प से दर्जनों होटलों व निजी संस्थानों से सीधी लाइन दे दी गई। वहीं विभाग के अधिकारी की मानें तो उन्हें मामले की जानकारी तक नहीं है।
जल संस्थान के अधिकारियों और होटल संचालक की मिलीभगत का मामला सामने आ रहा है। दरअसल, जल संस्थान ने लैंसडाउन, जयहरीखाल,गुमखाल सड़क पर ग्रामीणों व यात्रियों की सुविधा के लिए होटलो और गांव के नजदीक एक एक हैंडपम्प लगाया था. जिससे ग्रामीणों व यात्रियों को पीने के लिए पानी मिल सके. लेकिन ग्रामीणों की सुविधा की बजाय जल संस्थान ने होटल संचालकों व निजी संस्थानों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए होटलों को कमर्शियल लाइन देने की बजाय सीधा हैंडपम्प से ही पूरी पाइपलाइन दे दी।
“बरसात के दो महीनों में अर्टिजन वेल होने के कारण हेडपंपों से वाटर फ्लो हो जाता है,अगर किसी होटल व निजी संस्थान से हैंडपम्प से जल का दोहन हो रहा होगा तो उस पर कानूनी कार्यवाही की जायेगी।”
प्रेम नैनवाल-सहायक अभियंता -जल संस्थान