पर्वतजन
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम
No Result
View All Result
पर्वतजन
No Result
View All Result
Home पर्वतजन

नैनिताल: शिवालिक एलीफैंट रिज़र्व को डी-नोटिफाई करने के निर्णय पर हाईकोर्ट की रोक। सरकार से मांगा जवाब

January 8, 2021
in पर्वतजन
ShareShareShare
Advertisement
ADVERTISEMENT

शिवालिक एलीफैंट रिज़र्व को डी-नोटिफाई करने के निर्णय पर हाईकोर्ट की रोक। सरकार से मांगा जवाब

– राज्य सरकार, केंद्र सरकार, जैव विविध्ता बोर्ड और वन्यजीव बोर्ड को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

रिपोर्ट- कमल जगाती
नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने देहरादून निवासी रीनू पॉल की जनहित याचिका पर शिवालिक एलीफैंट रिज़र्व को डी-नोटिफाई करने के राज्य वन्यजीव बोर्ड के निर्णय पर रोक लगा दी है। खण्डपीठ ने केंद्र और राज्य सरकार के अलावा जैव विविध्ता बोर्ड और वन्यजीव बोर्ड से जवाब तलब किया है। मुख्य न्यायाधीश आर.एस चौहान और न्यायमूर्ति लोक पाल सिंह की खंडपीठ ने आज देहरादून निवासी पर्यावरणविद रीनू पॉल की याचिका पर सुनवाई करते हुए शिवालिक एलीफैंट रिज़र्व को डी-नोटिफाई करने के राज्य वन्यजीव बोर्ड के 14 नवम्बर 2020 के आदेश पर रोक लगा दी है।

खंडपीठ ने राज्य सरकार, केंद्र सरकार, जैव विविध्ता बोर्ड और वन्यजीव बोर्ड को नोटिस जारी करते हुए जवाब दाखिल करने को कहा है। गौरतलब है कि, याचिका में रीनू पॉल द्वारा अवगत कराया गया था कि, देश में 1993 से प्रोजेक्ट एलीफैंट के तहत 11 एलीफैंट रिज़र्व नोटिफाई किये गए थे, जिनमें शिवालिक एलीफैंट रिज़र्व प्रमुख था। लगभग 6 जिलों में फैले इस एलीफैंट रिज़र्व को उत्तराखंड सरकार डी-नोटिफाई करने की तैयारी में थी।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में 14 नवम्बर 2020 को यह निर्णय लिया गया था कि, जिसे 14 दिसंबर 2020 को सार्वजनिक किया गया। याचिकाकर्ता ने हाथियों पर कई किताबों का हवाला देते हुए बताया कि, कैसे हाथी लॉन्ग डिस्टेंस (लंबी दूरी) चलने वाले जानवर है। इसलिए 6 जिलों में फैले रिज़र्व की उनके अस्तित्व को घोर आवश्यकता है। सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश एस.ए.बोबडे की तीन जजों की बेंच के 14 अक्टूबर 2020 के निर्णय का हवाला भी दिया गया था, जिसमे सर्वोच्च न्यायलय ने भी हाथियों के संरक्षण पर जोर देने की बात कही थी।


Previous Post

अपडेट: भाजपा विधायक मुंबई अस्पताल में भर्ती। बेटे ने जारी किया संदेश

Next Post

गड़बड़झाला: ग्राम प्रधान और वीडीओ पर योजनाओं में घालमेल का आरोप। डीएम ने दिए एफआईआर के आदेश

Next Post

गड़बड़झाला: ग्राम प्रधान और वीडीओ पर योजनाओं में घालमेल का आरोप। डीएम ने दिए एफआईआर के आदेश

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *






पर्वतजन पिछले २3 सालों से उत्तराखंड के हर एक बड़े मुद्दे को खबरों के माध्यम से आप तक पहुँचाता आ रहा हैं |  पर्वतजन हर रोज ब्रेकिंग खबरों को सबसे पहले आप तक पहुंचाता हैं | पर्वतजन वो दिखाता हैं जो दूसरे छुपाना चाहते हैं | अपना प्यार और साथ बनाये रखिए |
  • हाइकोर्ट न्यूज: एक व्यक्ति-एक वोट नियम पालन के आदेश। राज्य निर्वाचन आयोग के स्पष्टीकरण आदेश पर रोक..
  • बड़ी खबर: आपदा में आशा बने डीएम बंसल। बटोली गांव पहुंचकर बांटी राहत और सहायता
  • कॉर्बेट टाइगर रिजर्व घोटाला: ईडी ने की पूर्व डीएफओ किशन चंद के बेटों और पूर्व रेंजर की पत्नी की संपत्ति अटैच..
  • हाइकोर्ट न्यूज: अवैध मदरसों पर कोर्ट ने मांगा शपथपत्र। सरकार तय करेगी आगे की भूमिका..
  • गुरु पूर्णिमा पर श्री दरबार साहिब में उमड़ी श्रद्धा की गंगा, श्रीमहंत महाराज ने दिए संगतों को दर्शन और आशीर्वाद
  • इनश्योरेंस
  • उत्तराखंड
  • ऋृण
  • निवेश
  • पर्वतजन
  • मौसम
  • वेल्थ
  • सरकारी नौकरी
  • हेल्थ
July 2025
M T W T F S S
 123456
78910111213
14151617181920
21222324252627
28293031  
« Jun    

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

No Result
View All Result
  • Home
  • उत्तराखंड
  • सरकारी नौकरी
  • सरकारी योजनाएं
  • इनश्योरेंस
  • निवेश
  • ऋृण
  • आधार कार्ड
  • हेल्थ
  • मौसम

© 2022 - all right reserved for Parvatjan designed by Ashwani Rajput.

error: Content is protected !!