स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने चमोली जिले के हेलंग में गोचर पनघट की भूमि पर अपने पशुओं के लिए घास चारा लेने गई घसियारी महिलाओं के साथ सुरक्षाबलों द्वारा अभद्रता करने के मामले में एक आम सभा कर नाराजगी जताई ।
उच्च न्यायालय के बार सभागार में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड आंदोलन के अलावा यहां की भूमि में चिपको आंदोलन से जुड़े चंडीप्रसाद भट्ट, गौरा देवी, सुंदर लाल बहुगुणा समेत कई लोग है जो अपने हकों के लिए लड़ते हैं ।
सभागार में मौजूद दर्जनों अधिवक्ताओं ने इसका आरोप राजनेताओं, ब्यूरोक्रेसी, पुलिस, सुरक्षा बल और पूंजीपतियों पर लगाया ।
कहा कि राज्य में उद्योगपतियों को पनपाया जा रहा है । यहां के लोगों को उनके हक हकूल की लकड़ी, रेता बजरी और पत्थर से वंचित किया जा रहा है ।
वक्ताओं ने कहा की उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन की ये पहल, लोगों के बुझे जज्बे को उभारने का काम करेगा । इस प्रदेश में पहले घसियारी आंदोलन भी हुआ था ।