ज्वाल्पा मंदिर पौड़ी में सतपुली से पहले पाटीसैण के पास स्थित है। यह मंदिर एक सिद्ध पीठ के रूप में विख्यात है। ज्वाल्पा मंदिर के समिति द्वारा ज्वाल्पा मंदिर की समाधि से माई के मृत शरीर को निकाल लावारिस कर दिया।
शिव मंदिर की माई की अंतिम इच्छा अनुसार उनकी समाधि शिव मंदिर के प्रांगण में रखा जाना था।
मंदिर का स्वामित्व माई के पास था जो कई सालों से था।
मंदिर समिति के विरोध से समाधि का स्थल बदल 21 सितम्बर को दूसरे स्थान में समाधि दी गयी।
आज मंदिर समिति ने अपनी धार्मिक मर्यादा को तोड़ समाधि खोद कर मृत शरीर को बाहर निकाला।
माईq ने अंतिम सांस 20 तारीख़ को ली थी व 21 को समाधि दी गयी।
कुछ श्रद्धालु गुस्से मे हैं।उनका कहना है कि लानत है ऐसे हिन्दू धर्म के अनुयायी को, समाधि से मृत शरीर को बाहर निकालने का हक किसने दिया ! एक और कहते हैंं कि ऐसे आस्था के नाम पर धर्म की धज्जियां उड़ाने वालों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।