चार खामों में से गहड़वाल खाम का दर्शक दीर्घा न बन पाने की कही बात
सूरज लडवाल/चम्पावत
जनपद के पाटी ब्लॉक के माँ वाराही धाम देवीधुरा के खोलिखाड़ दुबाचौड़ प्रांगण में प्रति वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा को चार खामों के बीच खेली जाने वाली ऐतिहासिक धरोहर बग्वाल के मुख्य ख़ाम गहरवाल खाम के मुखिया 95 वर्षीय त्रिलोक सिंह बिष्ट के नेतृत्व में माँ वाराही मंदिर कमेटी के प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को कुमांऊ मंडल के आयुक्त से नैनीताल स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर दर्शक दीर्घा के सम्बंध में ज्ञापन सौंपा।
95 वर्षीय बुज़ुर्ग बग्वाली वीर त्रिलोक सिंह की आस्था और आने वाली पीढ़ी के लिए सुविधाओं की दूरदर्शी सोच को देखकर कुमाऊँ आयुक्त ने दर्शक दीर्घा बनाने की बात कही है। प्रतिनिधि मंडल में गहरवाल खाम के मुखिया त्रिलोक सिंह, माँ वाराही मंदिर कमेटी के अध्यक्ष खीम सिंह लमगड़िया रिटायर्ड चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर एवं गहरवाल खाम के मुख्य सहायक बग्वाली वीर नर राम विश्वकर्मा शिक्षाविद मनमोहन विश्कर्मा, राष्ट्रीय सनातन जागरण सेना के संस्थापक दीपक सिंह बिष्ट और मंदिर कमेटी के कार्यकर्ता दीपक कुमार मौजूद रहे।
बताते चलें कि माँ वाराही धाम देवीधुरा में केंद्र सरकार द्वारा स्वदेश दर्शन के तहत आवंटित धन, जिसका कार्य कुमाऊं मंडल विकास निगम करवा रही है। उस संदर्भ में सबसे बड़ी खाम गहरवाल खाम का दर्शक दीर्घा तमाम कोशिश और आश्वासन के बाद भी न बन पाने के विषय में कुमाऊँ आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया।
बातचीत के दौरान दीपक सिंह बिष्ट ने कहा पिछले कुमाऊं कमिश्नर रौतेला के देवीधुरा दौरे के समय गहरवाल खाम के दर्शक दीर्घा अन्य खामों की तर्ज़ पर बनाये जाने का आग्रह जब क्षेत्र की जनता और सम्मानित जनों के द्वारा मौजूदा आयुक्त के समझ जब रखी गई तो उन्होंने इस विषय को गंभीरता से लिया था और तत्कालीन ए डी एम चम्पावत को निरीक्षण के लिए भेजा।
एडीएम ने स्थल का निरीक्षण कर मंदिर कमेटी के सम्मानित जनों के समक्ष निगम के जेई की सहमति पर कार्य करने के निर्देश भी दिए थे, किन्तु इतना लंबा अरसा बीतने पर भी जब निगम के द्वारा अनदेखी की गई तो प्रतिनिधिमंडल ने वर्तमान आयुक्त के समक्ष कार्य को यथाशीघ्र करवाने के लिए ज्ञापन सौंपा है। ज्ञातव्य हो कि विषय की जानकारी मिलते ही गहड़वाल खाम के मुखिया 95 वर्षीय बग्वाली वीर त्रिलोक सिंह के जज्बे को देखकर कुमाऊँ आयुक्त ने अब सकारात्मक रुख जताया है और जल्दी कार्य प्रारम्भ करवाने का आश्वासन भी दिया।
बताते चलें गहड़वाल खाम के 95 वर्षीय बग्वाली वीर त्रिलोक सिंह ने 15 वर्ष की उम्र से बग्वाल खेलना शुरू कर दिया था और क्षेत्रीय लोगों के सहयोग से मेले का लगातार विस्तार करने में अहम योगदान दिया। उनका कहना है कि वो अब भी 20-30 किलो का फ़र्रा ( ढाल ) और 4 किलो का डंडा लेकर गहड़वाल खाम का नेतृत्व करते हैं। और उस वक्त वो ये भूल जाते हैं कि उनकी उम्र 95 वर्ष है । प्रेस वार्ता के दौरान त्रिलोक सिंह ने कहा मातारानी के आशीर्वाद से आने वाली पीढ़ी के लिए सुविधा मुहैय्या कराने के लिए वो बचनबद्ध हैं । नैनीताल में कुमाऊँ आयुक्त से मुलाकात के बाद अब क्षेत्रीय जनता द्वारा भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अब दर्शक दीर्घा का शीघ्र कार्य प्रारम्भ हो जाएगा। अब देखना होगा कि लम्बे अरसे से लटक रहे काम को फिर शुरू करवाने में कितना समय लगता है।