भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के पूर्व संगठन महामंत्री संजय कुमार पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली युवती ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है।
उत्तराखंड में भाजपा कार्यालय में काम करने वाली पूर्व कर्मचारी तथा यौन उत्पीड़न की शिकार युवती ने संजय कुमार को पिछले दरवाजे से भाजपा में लाने की कोशिशों पर जमकर खरी-खोटी सुनाई है।
युवती ने लिखा है कि क्या भारतीय जनता पार्टी अब बलात्कारी जमघट पार्टी बन चुकी है !
युवती ने 12 बिंदुओं के एक पत्र में अमित शाह का ध्यान संजय कुमार के प्रकरण पर खींचा है तथा लिखा है कि वह भी राष्ट्र सेविका समिति और भाजपा की समर्पित कार्यकत्री तथा देहरादून महानगर ट्रस्ट कोऑर्डिनेटर रही है और भाजपा के आदर्श और विचारधारा से पूरी तरह सहमत रही है।
युवती ने संजय कुमार को हरियाणा में चुनाव प्रचार का काम सौंपे जाने पर सवाल उठाया है कि जब नवंबर 2018 में भाजपा ने संजय कुमार को प्रदेश महामंत्री संगठन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी प्रचारक के पद से हटा दिया है तो फिर वही संजय कुमार जो कि प्रदेश संगठन महामंत्री के पद के लायक नहीं था वह दूसरे राज्य में चुनाव प्रचार करने के लायक कैसे हो सकता है !
युवती ने अमित शाह से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट संयोजक नरेश बंसल सहित प्रदेश संगठन महामंत्री बने अजय कुमार और राष्ट्रीय पदाधिकारी राष्ट्रीय संगठन मंत्री शिव प्रकाश और राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री भाजपा आदि पर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह सब संजय कुमार को दोबारा से महत्वपूर्ण पद पर पार्टी में पदस्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं।
युवती ने इन पदाधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वह न सिर्फ संजय कुमार का राजतिलक करने को उद्यत हैं बल्कि उनकी पैरवी में पुलिस प्रशासन और शासन पर भी अनुचित दबाव डालकर संजय कुमार के विरुद्ध होने वाली जांच को प्रभावित कर रहे हैं।
युवती ने लिखा है कि महिलाओं का सम्मान और महिला सशक्तिकरण सहित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी अपनी ही कार्यकर्ता को न्याय नहीं दे पा रही है।
युवती ने सवाल उठाया है कि आने वाले समय में भाजपा की पहचान श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय से न होकर एमजे अकबर, कुलदीप सेंगर, चिन्मयानंद और संजय कुमार जैसे बलात्कारियों से होगी यदि अभी से कड़े कदम नहीं उठाए गए।
पीड़िता ने अमित शाह से मांग की है कि वह जल्दी से संजय कुमार की प्राथमिक सदस्यता को रद्द करें तथा इन पदाधिकारियों द्वारा अनुचित आचरण का भी संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्यवाही करें। पीड़िता के इस पत्र के बाद भाजपा में एक नई हलचल शुरू हो सकती है।