ब्यूरो रिपोर्ट विशाल सक्सेना
दिनेशपुर उधम सिंह नगर
नगर में स्वचछता का दावा खोखला साबित हो रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता के चलते शहर में गंदगी फैली हुई है। शहर के 9 वार्डो में ऐसा कोई वार्ड नहीं है जहां कचरा नहीं फैला हो। नियमित साफ-सफाई की ओर किसी का ध्यान नहीं है।
नगर के प्रत्येक वार्ड में पानी निकासी के लिए नाली बनाई गई है। किन्तु पानी की निकासी नाली से न होकर गलियों से हो रहा है। जिससे की वार्डवासियों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगर पंचायत प्रशासन के कर्मचारी सफाई में लापरवाही बरत रहे हैं। नालियों की साफ-सफाई सही तरीके से नहीं किया गया तो बारिश में बीमारी फैल सकती है। नाली पूूरी तरह भर जाती है और नाली का पानी सड़क पर बहने लगता है। गंदे पानी को दिशा देने के लिए नाली को काटकर एक छोटा नाली बना देते हैं। सड़क का पानी अन्यत्र चला जाए और आने-जाने में परेशानी न हो। कर्मचारी कीचड़ निकालने के बाद गंदगी को बाहर फेंकने के बजाय नाली के बगल में ही छोड़ देते हैं। जिससे की बदबू फैली जाती है नालियों की समय पर सफाई नहीं होेने के कारण खुद का पैसा देकर साफ करवाते हैं।
बारिश में घर से निकलना मुश्किल
ठीक दरवाजे के पास से नाली गई हैं नाली की सफाई प्रतिदिन नहीं होती 15 से 20 दिन लग जाता है। कभी कभी तो एक महीने तक सफाई नहीं होती। बारिश होने पर पानी नाली से बाहर आ जाता है। नपा के कर्मचारी केवल दिखावा ही कर रहे है सफाई केवल दिखावा है। सफाई के नाम पर केवल ऊपर का ही कचरा निकालकर फेंक देते हैं। नीचे तक सफाई नहीं की जा रही है इससे नाली जाम हो जाती है।