चीन के प्रेम में नेपाल के प्रधानमंत्री ओली लगातार भारत के खिलाफ उकसावे वाली गतिविधियां अंजाम दे रहे हैं।
ताजा मामला भारत नेपाल सीमा पर नेपाल द्वारा तार बार करने से उत्पन्न हुआ है।
भारत नेपाल सीमा जिला जिला चंपावत के टनकपुर के पास नेपाल से मिलती है।
यहां पर 811 नंबर के स्तंभ के गायब होने से लंबे समय से विवाद चल रहा है। किंतु 22 जुलाई को नो मैंस लैंड की इस जमीन पर नेपाल ने सीमेंट के पिलर गाड़ कर घेराबंदी शुरू कर दी।
भारत ने इसका काफी विरोध किया लेकिन नेपाल ने एक नहीं सुनी तथा स्तंभ गाड़ कर तारबाड़ का कार्य भी पूरा कर दिया है।
चंपावत के डीएम एसएन पांडे ने इसकी रिपोर्ट उत्तराखंड गृह विभाग को भेज दी है तथा नेपाल के समकक्ष जिलाधिकारी से भी कड़ा एतराज जताया।
सीमा विवाद के मामलों में वार्ता होने तक यथास्थिति बनाए रखने के समझौते के बावजूद नेपाल की ऐसी उकसावे वाली गतिविधियां सीमा पर तनाव बढ़ाने वाली है।
हालांकि जिलाधिकारी चंपावत के एतराज जताने के बाद नेपाल के अधिकारियों ने सीमावर्ती भागों का निरीक्षण करने के बाद यह आश्वासन दिया है कि अब इसमें आगे कोई इस तरह की गतिविधि नहीं होगी।
दरअसल यह मामला नेपाल के लोगों के द्वारा पौधारोपण के नाम पर सीमा का स्वरूप बदलने को लेकर सामने आया था।
नेपाल के अधिकारियों ने सीमा का अतिक्रमण न करने का भरोसा दिया है।
उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही दोनों देशों के उच्चाधिकारियों की मुलाकात के बाद लंबे समय से विवादित यह सीमा विवाद सुलझ जाएगा।