तकनीकी के इस दौर में कोडिंग के बिना सब अधूरा है| कंप्यूटर साइंस में सबसे महत्वपूर्ण हो चले कोडिंग के इसी चक्रव्यूह को परखने के लिए देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में ‘पद्मव्यूह हैकथन’ का आयोजन किया गया, जिसमें विजेता टीम को 10 हज़ार रुपये प्रदान किये गए|
मांडूवाला स्थित देवभूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग की ओर से दो दिवसीय ‘पद्मव्यूह हैकथन’ प्रतियोगिता आयोजित की गयी| छात्रों में कोडिंग की बारीकियों को परखने के लिए आयोजित इस प्रतियोगिता में 52 टीमों ने हिस्सा लिया, जिनमें 151 छात्र सम्मिलित थे| इस दौरान बीटेक(सीएस), एमसीए, बीसीए, बीसीए डेटा साइंस एंड एनीमेशन, बीएससी आईटी के छात्रों ने अपनी कोडिंग क्षमताओं का बखूबी प्रदर्शन किया| छात्रों को चार घंटे के निर्धारित समय के अन्दर चार कोड्स में तीन को हल करना था|छात्रों ने इन कोड्स के चक्रव्यूह को पार करने में कड़ी मशक्कत की, परन्तु निश्चल गुरुंग, तोरोन जैन और भानू की टीम ने मुकाबला जीत लिया, जिन्हें विश्वविद्यालय के चीफ ऑडिटर डॉ. संदीप विजय ने 10 हज़ार रुपये की इनामी राशि प्रदान की| वहीं, दूसरे स्थान पर रही टीम को 2100 रुपये और तृतीय विजेता को 1100 रुपये प्रदान किये गए|पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान डीन स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग प्रोफ़ेसर डॉ. रितिका मेहरा ने कहा कि ‘पद्मव्यूह हैकथन’ को आयोजित करने का उद्देश्य छात्रों को चुनौतीपूर्ण माहौल देना था, जिसके बीच वो अपनी तकनीकी सोच को बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सकें और साथ ही टीम भावना के साथ समस्याओं से निपटने का समाधान ढूंढ सकें| इस तरह की प्रतियोगिता पहले भी आयोजित की जाती रही हैं और आगे भी आयोजित होती रहेंगी|इस मौके पर समस्त शिक्षकगण और छात्र उपस्थित रहे| कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संजय बंसल और उपकुलाधिपति श्री अमन बंसल की देखरेख में संपन्न हुआ|