अब खेती-किसानी में हाथ अजमाएगा बलूनी ग्रुप
– बलूनी ग्रुप का साम्राज्य यूं ही नहीं बना
– शिखर पर रह कर भी अपनी जड़ों से गहरे जुड़े हैं बलूनी बंधु
– गुणानंद जखमोला
कोटद्वार। दो जनवरी दोपहर के लगभग दो बजे मोटाढांग स्थित बलूनी पब्लिक स्कूल से सटे लगभग 30 बीघा जमीन में शहतूत की कलम रोपी जा रही हैं। अब तक सवा दो लाख कलम रोपी जा चुकी हैं। लक्ष्य है तीन लाख कलम रोपने का। मेढ़ बनाकर कलमों की खेत में सिंचाई की जा रही है। अचानक एक खेत पानी से लबालब हो गया और खेत का पानी मेढ़ तोड़कर दूसरी ओर जाने लगा। वहां कई कर्मचारी मौजूद थे। बलूनी ग्रुप के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने इसे देखा तो फौरन वहां पर पहुंचे और फावड़ा लेकर मेढ़ को बचाने में जुट गये। यह छोटी सी बात थी लेकिन इसके पीछे एक मर्म और सफलता का मंत्र छिपा हुआ है कि, शिखर पर पहुंचने के बाद भी अपनी जड़ों से जुड़े रहो। यही विनम्रता व्यक्ति को आगे बढ़ाने का काम करती है।
यही वो बात है जिसने संभवतः बलूनी ग्रुप को शिखर पर पहुंचा दिया। चेयरमैन डॉ नवीन बलूनी और एमडी विपिन बलूनी की दूरदर्शिता, कुशल प्रबंधन, समर्पण और कुछ कर गुजरने की जबरदस्त इच्छाशक्ति का परिणाम है कि बलूनी ग्रुप आज बलूनी क्लासेस, बलूनी पब्लिक स्कूल, फार्मा, बलूनी क्रिकेट एकादमी के साथ ही अब खेती और किसानी में भी हाथ अजमाने चला है। बलूनी ग्रुप कोटद्वार में बागवानी की दिशा में भी काम करने जा रहा है। इसकी शुरूआत शहतूत से की जा रही है। यह कमान विशेषज्ञ डॉ अनिल किशोर जोशी को सौंपी गई है। एमडी विपिन बलूनी का कहना है कि, शहतूत का प्रयोग सफल होने के बाद बागवानी के लिए अन्य प्रयास भी किये जाएंगे।