आल इंडिया पीपुल्स फोरम (एआईपीएफ) बागेश्वर जिला पंचायत में भ्रष्टाचार के खिलाफ जिला पंचायत सदस्यों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन का समर्थन करता है और प्रशासन से सदस्यों की जायज़ मांगों पर शीघ्र कार्रवाई की मांग करता है।
प्रेस को जारी बयान में एआईपीएफ राष्ट्रीय संयोजक गिरिजा पाठक ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा जिला पंचायत अधिनियम की मनमानी व्याख्या और अपने हित साधन के लिए झूठी नियमावली प्रस्तुत करना निंदनीय होने के साथ ही अपने आप में भ्रष्टाचार की कार्रवाई है, जिसका जिला पंचायत सदस्यों द्वारा विरोध करने और ध्यान में लाए जाने के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही ना करना अफसोसनाक होने के साथ साथ भाजपा द्वारा चलाए जा रहे शासन का माडल भी है।
सभी सार्वजनिक माध्यमों में वास्तविक जिला पंचायत नियमावली होने के बावजूद झूठी नियमावली प्रस्तुत कर नियमानुसार एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद भंग हो चुकी जिला पंचायत समितियों का कार्यकाल दो वर्ष बताने का प्रयास साफ दिखाता है कि भाजपा और उससे जुड़े प्रतिनिधियों में संस्थाओं के प्रति किसी तरह का सम्मान नहीं है। अपने हितों को पूरा करने के लिए वह किसी भी हद को लांघ सकते हैं, जिला पंचायत अध्यक्ष का व्यवहार इस बात को साबित करता है।
एआईपीएफ बागेश्वर के जिला पंचायत सदस्यों द्वारा जिला पंचायत को भ्रष्टाचार, बजट और योजनाओं को अपने मन मुताबिक चलाकर बंदरबांट की कोशिश के विरुद्ध चलाए जा रहे आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन देता है और आंदोलन के समर्थन में राष्ट्रीय सचिवालय की ओर से जिला पंचायत बागेश्वर के आंदोलन की मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेगा।