हरिद्वार के घाटों पर भिखारियों के भेष में लुटेरे।दान बांट रहे यात्री का मोबाइल, पर्स, बैग छीना
रिपोर्ट- कुमार दुष्यंत
हरिद्वार में हरकीपैड़ी के आस-पास अगर आपने भिखारियों को कुछ बांटने की कोशिश की तो यह भिखारी आपका सामान भी छीन सकते हैं और इस दौरान आपका पर्स मोबाइल भी गायब हो सकता है। बत दें कि, हरकीपैड़ी से लगे सुभाषघाट पर ऐसी ही घटना हुई जब राजस्थान से परिजन के निमित्त कर्मकांड कराने आया एक परिवार वहां भिखारियों को कपड़े और अन्य सामग्री बांट रहा था तो भिखारी परिवार की महिलाओं का पर्स और अन्य सामान ही खींच ले गये। इस दौरान एक महिला का कीमती मोबाइल भी गायब हो गया। बाद में बड़ी मुश्किल से आस-पास के लोगों ने यात्रियों से छीना गया बैग, पर्स भिखारियों से यात्रियों को वापस दिलाया।
लेकिन तब तक भिखारियों के वेश में छिपे झपटमार अपना काम कर चुके थे। असल में हरिद्वार के घाटों पर यह आम नजारा है। पेशेवर भिखारी और इनके भेष में छिपे पाकेटमार, उठाईगिर घाटों पर बैठे रहते हैं और जब भी कोई यात्री भिखारियों को सामान बांटने लगता है तो ये भीड़ में घुसकर अपना काम कर जाते हैं। हालांकि हरकी पैड़ी पर पुलिस चौकी बनी हुई है। लेकिन वह भी ऐसी घटनाओं को रोकने में नाकाम है। हरकीपैड़ी पर दान वसूलने वाली गंगसभा, भारत स्काऊट एंड गाईड, सेवासमिति जैसी संस्थाएं भी यात्रियों के साथ होने वाले इस व्यवहार की रोकथाम में नाकाम हैं। वीडियो देखिये, जिसके बाद आप हरिद्वार के घाटों पर भिखारियों को कुछ बांटने से ही तौबा कर लेंगे।