देहरादून। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के खिलाफ क्वारंटीन नियमों के उल्लंघन के आरोप में एक व्यक्ति ने पुलिस में तहरीर दी है।
मंत्री सतपाल महाराज का पहले स्टाफ तथा बाद में पूरा परिवार कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उसके बाद भी महाराज के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।
22 मई को स्टाफ में कोरोना की पुष्टि हो गई थी। इस बात को छिपाकर मंत्री सतपाल महाराज कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या नियम कानून सिर्फ आम आदमी के लिए ही बनाए गए हैं? क्या कानून का डंडा सिर्फ आम लोगों पर ही चलेगा? सतपाल महाराज के खिलाफ भी विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए, क्योंकि महाराज द्वारा उत्तराखंड सरकार के साथ साथ देवभूमि कि जनता की जिंदगी से खिलवाड़ करने का प्रयास किया है, इस संबंध में गोपाल वनवासी प्रदेश अध्यक्ष रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इण्डिया रिफॉरमिस्ट ने एक तहरीर मेल द्वारा पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड को भेज दी गई है।
सतपाल महाराज के खिलाफ कोविड-19 संक्रमण से संबंधित जानकारी छिपाने को लेकर मुकदमा दर्ज करने के लिए नैनीताल निवासी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल वनवासी ने की है।
वनवासी ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर कहा है कि महाराज ने आरोग्य सेतु एप तथा कोविड-१९ की लागू एडवाइजरी के तमाम नियमों का उल्लंघन किया है, जो देवभूमि की आम जनता को नुकसान पहुंचाने वाला कदम है।
गोपाल वनवासी ने सतपाल महाराज के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।