हर्ष उनियाल
टिहरी जनपद के दूरस्थ क्षेत्र और स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी के पैतृक गांव के आदर्श विद्यालय में रा०ई०अखोडी में कुछ विषयो के शिक्षकों की कमी के चलते अभिभावक संघ के अध्यक्ष विक्रम घनाता ने विद्यायल के गेट पर धरना प्रदर्शन की चेतवानी शिक्षा विभाग को दी है।
अध्यक्ष संघ के अध्यक्ष विक्रम घनाता से मिली जानकारी के अनुसार एक तरफ तो इसे आदर्श विद्यालय का नाम दिया गया है, दूसरी तरफ यह स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी का पैतृक गांव में स्थित है ऐसे में यहाँ शिक्षकों की कमी के चलते इस विद्यालय में विभन्न विषयो में छात्रों का पठन पाठन पूरी तरह से बाधित होता आ रहा है।
बार बार शिक्षा विभाग को लिखित में सूचना देने के बाद भी विभाग के कान पर जूं नहीं रेंग रही है।
आपको बता दे की कक्षा 11-12 के लिए गणित , अर्थशास्त्र, अंग्रेजी तथा रसायन विज्ञान प्रवक्ता की कमी है।
गणित विषय प्रवक्ता 8-9 सालो से यहाँ पर नहीं है।
अर्थशास्त्र पिछले 2 सालों से रिक्त है।
अंग्रेजी प्रवक्ता पिछले 7-8 माह से अपनी बीमारी के चलते मेडिकल पर चल रहे है।
रसायन विज्ञान के प्रवक्ता सोहन सिंह रावत पिछले 18 माह से ज्यादा समय से देहरादून में अटैचमेंट पर चल रहे है जबकि उनकी तनख्वाह यहाँ से दी जा रही है।
इसी दौरान बीच में उनकी 2 बार तनख्वाह भी यहाँ रोकी गयी थी लेकिन बाद में राजनीतिक दवाब के चलते अब उन्हें लगातार तनख्वाह इसी विद्यालय से जारी हो रही है।
आज दिक्कत यह है कि यह पद रिक्त भी नहीं माना जा सकता और ऐसे में इन विषयों में गेस्ट टीचरों की नियुक्ति के लिए भी पेंच फंस रहा है।
वही जब हमारे द्वारा रसायन विज्ञान के प्रवक्ता से फोन संपर्क किया तो उनका कहना था कि वो स्पॉन्डलायसिस की बीमारी से जूझ रहे है ऐसे में उन्हें सर्दियों वाले इलाके में दिक्कत होती है वह ज्यादा दिक्कत में गुजर रहे है।
उनसे जब यह भी पूछा गया कि आप अपना ट्रांसफर ही यहाँ अपनी बीमारी के चलते करवा देते ताकि कमसे कम उनके पद को रिक्त मानकर उसमे कम से कम गेस्ट टीचर की नियुक्ति का द्वार खुलता तो उनका कहना था कि वह ट्रांसफर के लिए प्रयासरत है।
वही उन्होंने ये भी कहा की वहाँ अन्य पदों पर भी जगह खाली है लिहाजा उनके लिए राजनीति की जा रही है।
जबकि हम आपको बता दे की अभिभावक संघ के द्वारा हमें अन्य विषयों से सम्बंधित जानकारी भी देते हुए समस्या बतायी गयी है।
ऐसे में एक वाक्य है जो अनायास ही स्मरण हो आता है कि शिक्षक एक जलते हुए मोमबत्ती की तरह है जो ने को प्रकाशमान कर अपना त्याग कर देता है।
लिहाजा छात्र हित में अभिभावक संघ द्वारा 1 सितंबर से स्कूल विद्यालय के गेट पर धरना देने की चेतवानी दी गयी है साथ ही साथ यह भी कहा गया है कि ऐसी स्थिति में इस विद्यालय से आदर्श विद्यालय का नाम भी हटा देना चाहिए आखिर यह कैसे आदर्श विद्यालय हुआ जब यहाँ अध्यापक ही पूरे नहीं मिल पा रहे है।
वही मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल से फोन पर हुयी वार्ता के अनुसार उनका कहना था कि रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया गतिमान है वही जिन पदों पर अध्यापक अटैचमेंट पर चल रहे है उन पर वह निदेशक को पत्र लिखकर वापसी की बात रखेंगे क्योकि ऐसे मामलो में स्थानीय लोगों में रोष है।
अब सबसे बड़ा सवाल इस क्षेत्र के लिए यह है कि इसी क्षेत्र से जिलापंचायत टिहरी की जिलाध्यक्ष भी है उनके पति भी इसी घाटी से जिला पँचायत सदस्य है साथ ही साथ यह वर्तमान विधायक शक्तिलाल शाह का भी गृह क्षेत्र है।
लिहाजा ऐसे हालात को देखकर यही लगता कि जब यहाँ आदर्श कहे जाने वाले विद्यालय के ऐसे हालात है तब घनसाली क्षेत्र के विद्यालयों के क्या हाल होंगे।