देहरादून। ऐतिहासिक श्री झंडा जी महोत्सव 2025 में सोमवार को भारी संख्या में संगत और श्रद्धालु श्री दरबार साहिब पहुंचे। भक्तों ने श्री झंडे जी के दर्शन किए, माथा टेका और मनौतियां मांगी। दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज ने संगतों को दर्शन देकर आशीर्वाद प्रदान किया।
श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज ने श्रद्धालुओं को श्री झंडे जी के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि परमात्मा को प्रसन्न करने के लिए सच्ची श्रद्धा और समर्पण आवश्यक है। यदि मन में भक्ति भाव हो, तो परमात्मा के दर्शन अवश्य होते हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं को मानव जीवन के महत्व को समझाते हुए कहा कि इसे व्यर्थ न गवाएं, बल्कि श्री गुरु महाराज जी की भक्ति में लीन होकर जीवन को सफल बनाएं।
नई संगतों को दिया जाएगा नामदान
मंगलवार को नई संगतों को नामदान और गुरुमंत्र दिया जाएगा। परंपरा के अनुसार, श्री झंडे जी आरोहण से पहले और बाद में गुरुमंत्र दिया जाता है।
श्री झंडे जी मेले का ऐतिहासिक महत्व
सिखों के सातवें गुरु श्री गुरु हर राय जी के बड़े पुत्र श्री गुरु राम राय जी महाराज का जन्म सन् 1646 में पंजाब के होशियारपुर जिले के कीरतपुर में हुआ था। उन्होंने देहरादून को अपनी तपस्थली बनाया और यहां श्री दरबार साहिब में एक विशाल झंडा लगाकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद लेने का संदेश दिया।
हर साल होली के पांचवें दिन, चैत्र शुक्ल पंचमी को श्री गुरु राम राय जी महाराज के जन्मदिवस पर श्री झंडे जी मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने टेका मत्था
उत्तराखंड सरकार के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने भी सोमवार को श्री दरबार साहिब में माथा टेका और श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज से शिष्टाचार भेंट कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान प्रदेश के समसामयिक विषयों पर चर्चा भी हुई।
श्री दरबार साहिब और पवित्र सरोवर की अद्भुत छटा
श्री झंडा महोत्सव के तहत श्री दरबार साहिब परिसर को विशेष सजावट से अलंकृत किया गया है। रात के समय दूधिया रोशनी में नहाए दरबार साहिब की भव्यता देखते ही बन रही है।
श्री दरबार साहिब के पवित्र सरोवर का भी जीर्णोद्धार किया गया है। श्रद्धालु यहां श्रद्धाभाव से डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। ओजोन वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट लगने से सरोवर का पानी अब और अधिक स्वच्छ और निर्मल बना हुआ है।
देश-विदेश से संगतों का पहुंचना जारी
श्री झंडे जी मेले में उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान समेत देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। विदेशी संगतों की उपस्थिति ने मेले की रौनक को और बढ़ा दिया है।
गिलाफ सिलने का कार्य अंतिम चरण में
श्री झंडा जी मेला आयोजन समिति के मुख्य व्यवस्थापक मधुसूदन सेमवाल ने बताया कि श्रद्धालु पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से गिलाफ सिलाई का कार्य कर रहे हैं।
परंपरा के अनुसार, श्री झंडे जी पर तीन प्रकार के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं –
- 41 सादे गिलाफ (सबसे अंदर)
- 21 शनील के गिलाफ (मध्यभाग)
- 1 दर्शनी गिलाफ (सबसे बाहर)
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मेले की सुरक्षा के लिए 42 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। श्री महंत इंद्रेश अस्पताल की मेडिकल टीम लगातार तैनात है, साथ ही नि:शुल्क दवाइयों की व्यवस्था भी की गई है।
इसके अलावा, 2 एम्बुलेंस, 25 अग्निशमन यंत्र, 35 वर्दीधारी सुरक्षा गार्ड और 500 संगत स्वयंसेवक मेले की व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने में लगे हुए हैं। पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा की निगरानी कर रहा है।
दूधिया रोशनी में नहाया श्री दरबार साहिब
श्री झंडा जी मेला आयोजन समिति द्वारा पूरे दरबार साहिब परिसर को आकर्षक साज-सज्जा से सजाया गया है। खासकर रात के समय दरबार साहिब की भव्यता अद्वितीय नजर आ रही है।
श्रद्धालुओं के उत्साह और भक्ति भाव से सराबोर श्री झंडा जी महोत्सव 2025 एक बार फिर ऐतिहासिक और भव्य स्वरूप में आगे बढ़ रहा है।