संजय कुंवर
खुशखबरी ! नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के ट्रैप कैमरों में 4 दुर्लभ हिम तेंदुए हुए कैद,पहली बार ट्रैप कैमरों में स्नो लेपर्ड के जोड़े की तस्वीर देख पार्क गश्तीदल भी हुए भावुक। वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर
कोरोना संकट के कारण देश में चल रहे लॉक डाउन के बीच उतराखंड के सीमांत जिला चमोली में स्थित विश्व धरोहर नंदादेवी नेशनल पार्क के बफर जॉन से वन्यजीव प्रेमियों के लिए खुश खबरी आई है। दरअसल पहली बार नंदादेवी नेशनल पार्क के बफर जॉन में दुर्लभ स्नो लैपर्ड की जोड़ी के साथ कुछ और हिम तेंदुओं का दीदार ट्रैप कैमरों के माध्यम से हुए है जिससे वन्य जीव संरक्षण प्रोजेक्ट से जुड़े पार्क प्रशासन के अधिकारियों और पार्क कर्मियों की मेहनत रंग लाती साफ दिख रही है।
बता दें कि पार्क प्रशासन द्वारा इन दिनों नंदादेवी बायोस्पियर रिजर्व क्षेत्र के बफर क्षेत्र में लगाए गए 20 ट्रैप थर्मल कैमरों का गहन परीक्षण किया जा रहा है। वहीं फूलों की घाटी,नीती घाटी व लफतल सुमना के दूरस्थ क्षेत्रों में लगे ट्रैप कैमरों की रिपोर्ट आना बाकी है। गौरतलब है कि नंदादेवी नेशनल पार्क के इस इलाके में ट्रैप कैमरे लगने के बाद पहली बार दुर्लभ हिम तेंदुओं के जोडे़ की तस्वीर देखने पर नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क की गश्ती दल सहित पार्क के अधिकारी भी बेहद उत्साहित है।
वन संपदा सहित वन्य जीवों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए गठित नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के अधिकारियों और पार्क कर्मियों की सूझबूझ और नियत लंबी दूरी की पेट्रोलिंग का बेहतर नतीजा आज आपके सामने दिख रहा है। भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून के एक्सपर्ट वन्य जीव विज्ञानियों की एक खास रिपोर्ट के अनुसार देश के कुल 516दुर्लभ हिम तेंदुओं में से अकेले उतराखंड में 86 स्नो लेपर्ड, हिमाचल में 90,जम्मू कश्मीर में 285, सिक्किम में 13 हिम तेंदुओ और अरुणाचल प्रदेश में 42 हिम तेंदुओ की धमक गूंज रह है,यही नही स्नो लेपर्ड को वन्य जीव संरक्षण एक्ट के तहत शैडयूल्ड -1 का दुर्लभ वन्य जीव की इनडेंजर्ड श्रेणी में रखा गया है।
हर वर्ष नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क द्वारा नंवबर व दिसबंर महीने में पार्क के दूरस्थ क्षेत्रों में ट्रैप कैमरे स्थापित किये जाते हैं। और मार्च अथवा अप्रैल महीने में इन कैमरों का परीक्षण किया जाता है। लेकिन एक लंबे अंतराल के बाद पहली बार पार्क में लगे इन कैमरों में स्नो लैपर्ड की एक बेहद खूबसूरत जोड़ी कैद हुई है। जो इस वर्ष जनवरी से मार्च के बीच की मोमेंट की रिपोर्ट बताई जा रही है,इसी दौरान इन ट्रैप कैमरों में ये बेश कीमती प्रकृति की अनमोल दुर्लभ बन्य जीव धरोहर कैद हुई है।
आप भी इन दुर्लभ बन्यजीव जोड़ों का दीदार तस्वीरों के माध्यम से कर सकते है, बड़ी बात ये है कि कैमरों ने पहली बार जोड़े वाले हिम तेंदुए की तस्वीर कैद की है।
जानकारों की माने तो इन महीनो में हिम तेंदुओ का प्रिय भोजन हिमालयी ब्लू शीप भी निचले इलाकों में विचरण करते हैं और स्नो लेपर्ड का मूवमेंट भी इस दौरान निचले इलाकों में बढ़ जाता है।
पार्क प्रशासन द्वारा इनके मूवमेंट करने वाली खास जगहों पर लगे ट्रैप कैमरों में इनकी हर एक मूवमेंट कैद हो जाते हैं।
पेट्रोलिंग के दौरान पार्क कर्मी इस बार ट्रैप कैमरो में कैद दुर्लभ हिम तेंदुओ की तस्वीरें ले आये है,बता दें कि नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के बन छेत्राधिकारी डी.एस. बिष्ट के नेतृत्व मे नंदादेवी नेशनल पार्क की पांच सदस्यीय टीम लगातार उच्च हिमालयी क्षेत्रो मे पेट्रोलिंग कर लगाए गए ट्रैप कैमरों का परीक्षण कर रही है। डी.एस. बिष्ट ने बताया कि पार्क प्रशासन ने क्षेत्र मे कुल 20ट्रैप कैमरे स्थापित किए है। और वे कहां-कहां हैं, वन तश्करों से दुलर्भ वन्य जीवों की सुरक्षा को देखते हुए इन स्थानों का खुलासा किया जाना उचित नही है।