कोरोना संक्रमण के इस विपत्ति काल ने देश की व्यवस्था को आर्थिक रुप से कमजोर किया है। इस विपत्ति की मार से वेडिंग प्वाइंट भी अछूते नहीं रहे। वेडिंग प्वाइंटों को लंबे समय तक बंद रहने के कारण काफी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी ।यदि कुछ शर्तों के साथ वेडिंग पॉइंट खुले भी तो कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों के कारण उनकी स्थिति जस की तस बनी रही।
आज वेडिंग प्वाइंट एसोसिएशन ने अपनी समस्याओं के मद्देनजर रायपुर विधायक उमेश शर्मा से इस संदर्भ में भेंट की एवं वेडिंग प्वाइंट के हितो के सापेक्ष ज्ञापन पत्र सौंपा।
वेडिंग प्वाइंट एसोसिएशन अपनी समस्या के मद्देनजर निम्न मांग रखी।
वेडिंग पॉइंट पर अधिकतम 200 व्यक्तियों के एकत्रित होने की अनुमति दें या भूमि क्षेत्र के अनुपात में सभा की अनुमति दें। आरटी पीसीआर रिपोर्ट की शर्त को हटाने का अनुरोध किया।
शादी में शामिल होने के लिए rt-pcr रिपोर्ट अनिवार्यता के स्थान पर वैक्सीनेशन प्रोसेस की अनिवार्यता की जाए।
घर की तुलना में वेडिंग प्वाइंट संक्रमण के संदर्भ में सुरक्षित हैं। वेडिंग प्वाइंट में प्रोटोकॉल नियमों पूर्णरुपेण पालन किया जाता है क्योंकि वेडिग प्वाइंट में क्षेत्रफल अधिक होने से संक्रमण होने का खतरा कम रहता है परंतु घरो में होने वाले समारोह में क्षेत्रफल कम होने के कारण संक्रमण का खतरा बना रहता है।
शादी उद्योग बहुत सारे रोजगार पैदा करता है और बाजार के उत्थान में एक प्रमुख भूमिका निभाता है वेडिंग पॉइंट प्रमुख करदाता है जो सरकार के लिए राजस्व उत्पन्न करती हैं और शादी करने वाले युवाओं के परिवारों के लिए मुस्कान का कारण बनते हैं।
वेडिंग पॉइंट पर अधिकतम 200 व्यक्तियों के एकत्रित होने की अनुमति दें या भूमि क्षेत्र के अनुपात में सभा की अनुमति दें।