श्रीनगर।
उपजिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने एक महिला के बच्चेदानी से पांच किलो का ट्यूमर निकाला है। महिला रुद्रप्रयाग जनपद से इलाज के लिए यहां पहुंची थी। कोविड काल में भी उपजिला चिकित्सालय के चिकित्सकों ने रुद्रप्रयाग, चमोली सहित पौड़ी जनपद के मरीजों को बेहतर सुविधाएं दी थी।
श्रीनगर के संयुक्त चिकित्सालय को करीब एक वर्ष पूर्व उच्चीकृृत कर उप जिला चिकित्सालय बनाया गया था। जिला उपचिकित्सालय बनाने के बाद यहां कई विभागों को स्थापित किए जाने के साथ ही बड़ी संख्या में चिकित्सकों की तैनाती भी की गई है।
कोविड काल में श्रीनगर के राजकीय मेडिकल कालेज से संबद्घ बेस अस्पताल को कोविड अस्पताल बना दिया गया था। जिससे उपजिला चिकित्सालय पर बेस अस्पताल की ओपीडी का भार भी आ गया था। लेकिन यहां तैनात चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने दिन रात मेहनत कर इलाज के लिए यहां पहुंच रहे लोगों को बेहतर सुविधाएं दी। स्थिति यह थी कि जिला अस्पतालों से रैफर होकर मरीज इलाज के लिए यहां आ रहे थे।
उपजिला अस्पताल श्रीनगर के चिकित्सकों ने एक बार फिर अपनी श्रेष्ठता साबित की है। यहां इलाज के लिए पहुंची रुद्रप्रयाग जनपद की एक महिला की बच्चेदानी से पांच किलो का ट्यूमर निकाला गया है।
चिकित्सालय के वरिष्ठ सर्जन डा. लोकेश सलूजा ने बताया कि उक्त महिला करीब एक सप्ताह पूर्व इलाज के लिए यहां पहुंची थी। महिला को पेट दर्द, पेट फूलना व मासिक धर्म से संबंधित शिकायतें थी।
चिकित्सालय के रेडियोलॉजिस्ट डा. रचित गर्ग ने उक्त महिला का अल्ट्रासाउंड किया। जिसमें महिला के बच्चेदानी में ट्यूमर की पुष्टि हुई। मंगलवार सुबह डा. सलूजा व वरिष्ठ निश्चेतक डा. आंनद सिंह राणा की टीम ने महिला का ऑपरेशन किया गया।
आपरेशन करीब तीन घंटे चला। महिला के बच्चेदानी से 5 किलो 2 सौ ग्राम का ट्यूमर निकाला गया। डा. सलूजा व डा. राणा ने बताया कि महिला पूर्ण रूप से स्वस्थ है। करीब एक सप्ताह बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। ऑपरेशन में नर्सिग ऑफीसर ममता व देव सिंह ने सहयोग किया।