देहरादून।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अभी भी बौखलाए हुए से हैं । अब त्रिवेंद्र अपनी ही पार्टी के हाईकमान पर सवाल उठा रहें हैं और सीएम पद से उन्हें क्यों हटाया इसका जवाब भाजपा हाईकमान से मांग रहे हैं ।
त्रिवेंद्र का कहना है कि, जब कोई सीएम हटाया जाता है तो सवाल खड़े होना लाजिमी है। अब ये पार्टी लीडरशिप की जिम्मेदारी है तो अवाम को इस सवाल का जवाब दे।
आपको बता दें कि, मार्च माह में भाजपा हाईकमान ने त्रिवेंद्र को अचानक मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटा दिया था। कुछ समय तो त्रिवेंद्र शांत रहे लेकिन कुछ समय बाद त्रिवेंद्र लगातार अपनी ही पार्टी के फैसलों पर कटाक्ष करके भाजपा का रायता फैलाने में मशगूल हो गए हैं ।
त्रिवेंद्र का कहना है कि, जब कोई मुख्यमंत्री हटाया जाता है तो सवाल तो खड़े होते हैं। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं को फैसले का सम्मान करना चाहिए। लेकिन जब हटाए जाने पर सवाल खड़े हो रहे हों तो इनका जवाब देने की जिम्मेदारी पार्टी लीडरशिप की है।
त्रिवेंद्र ने एक बार फिर दोहराया है कि मैंने शपथ लेते ही कहा था कि भ्रष्टाचार मुख्त सरकार देंगे। मैंने इस पर केवल बयानबाजी ही नहीं की, बल्कि दिल से काम किया और भ्रष्टाचार विरोधी फैसले लिए ।
मिशन 2022 नजदीक हैं एक तरफ भाजपा जोरो शोरो से तैयारियों में जुटी हुई हैं लेकिन वही त्रिवेंद्र जगह जगह बयानबाज़ी कर भाजपा की मेहनत पर पलीता लगा रहें हैं ।
देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा कि भाजपा हाईकमान त्रिवेंद्र के सवालों को जवाब कैसे और कब देती हैं ।