प्रदीप भारतीय
सुर्खियों में अमर उजाला का बर्थडे विश, लोग बोले समय आ गया अखबार बदलने का, ट्रेंड करता “बायकाट अमर उजाला”
जी हाँ आज देश के प्रसिद्ध अखबार अमर उजाला को एक बर्थडे विश ऐसा भारी पडा कि लोगों ने कमेंट बॉक्स में गालियों सहित अमर उजाला का बहिष्कार करने की मुहिम छेड़ दी ज्ञात हो कि हाल ही में अपनी वेब सीरीज मे भारतीय आर्मी की वर्दी तथा सम्मान को तार तार करते दृश्य दिखाने के चलते लोगों के निशाने पर आई प्रसिद्ध बाॅलीवुड प्रड्यूसर डाइरेक्टर एकता कपूर का आज जन्म दिन है,और अपने फेसबुक पेज पर अमर उजाला द्वारा उन्हें तस्वीर के साथ बर्थडे विश किया गया था।
फिर क्या था पहले से ही गुस्साए लोगों का यह पोस्ट देखते ही पारा सातवें आसमान पर पंहुचा गया और लोगों ने कमेंट में गालियों सहित बहिष्कार अमर उजाला की झड़ी लगा दी।
आखिर लोगों में इतना गुस्सा क्यों ? और ऐसे हालात में अमर उजाला का बर्थडे विश कितना गैरजिम्मेदाराना, पढ़ें और खुद सोचें
हाल ही में एकता कपूर की एक वेब सीरीज आई है
” xxx: अनसेंसर्ड 2 ” जिसकी कहानी में दिखाया गया है कि एक आर्मी आफिसर की पत्नी जिसका पति डयूटी पर है और वो उसकी पीठ पीछे दूसरे आदमी से अवैध सबंध बनाती है। यही नहीं वह अपने पति की मैडल लगी वर्दी अपने आशिक को पहनाकर उसे वासना के अंदाज में उधेड़कर उतारती है और अवैध सबंध बनाती है, यहाँ आपको इतनी डिटेल में बताने का हमारा यही मकसद है कि आप भी उस आग को महसूस करें और समझें कि इतने बड़े पैमाने पर जनभावनाएं यूँ ही नही भड़कती।
अब इसके बाद से लोगों में खासा आक्रोश है। कई जगह एकता कपूर के खिलाफ एफआईआर कराई गयी हैं, और खबर है कि बातों बातों में आर्मी के द्वारा भी इस पर दुख जताया गया है,।
यहाँ पर एक बात और बता दें कि आर्मी रूल्स में वर्दी एक खास अहमियत रखती है यहाँ तक कि इसे पहनने उतारने के भी नियम हैं जिससे वर्दी की गरिमा बनी रहे।
चलो एकता कपूर का तो समझ आता है, वह एक बिजनेस वुमन हैं और एक फिल्म निर्माता हैं और एक फिल्म निर्माता अपनी फिल्म हिट करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। पब्लिसिटी के लिए कोई भी हथकंडा अपना सकता है। इतिहास गवाह है।
हमारा मकसद किसी को नीचा दिखाना नही है। लेकिन सब जानते हुए हालात को समझते हुए जनता के दम पर पहचान बनाने वाले अमर उजाला द्बारा जनभावनाओं को दरकिनार कर एकता कपूर को बर्थडे विश करके जानबूझकर जनसंवेदना को भड़काना, अगर एक सस्ती लोकप्रियता का हथकंडा है तो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
जबकि सारी दुनिया जानती है कि भारतवासी जाति धर्म पर बंटे हो सकते हैं, विचारों में बंटे हो सकते हैं, राजनीति में बंटे हो सकते हैं, लेकिन बात जब देश की हो तो हर भारतीय एक ही तरफ होता है।
और इसका छोटा सा उदाहरण आप अमर उजाला की पोस्ट के कमेंट बॉक्स में जाकर देख सकते हैं, जहाँ हर किस्म का आदमी आग उगलता मिलेगा,
और कुछ आप रिपोर्ट पढने के बाद महसूस कर ही रहे होंगे।
जय हिंद