कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड पुलिस के एक दरोगा का मानव धर्म नेताओं और सरकारी अधिकारियों के लिए एक मिसाल बन रहा है। दरोगा ने मुस्लिम बस्ती में हालात देखकर खुद राशन पहुंचाया।
उत्तराखण्ड की मित्र पुलिस का एक मानवीय चेहरा तब देखने के लिए मिला, जब उधमसिंहनगर जिले में किच्छा के दरऊ स्थित मुस्लिम बस्ती में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जरूरी बातें बताने गई पुलिस टीम को वहां के हालात के बारे में पता चला।
एक मुस्लिम महिला दरऊ चौकी इंचार्ज रमेश चंद बेलवाल के पास अपने 4 छोटे-छोटे बच्चों के भूखे होने की फरियाद लेकर आई। पुलिस के कड़क दरोगा का कोमल दिल इस फरियादी की गुजारिश से पसीज गया। दारोगा की पहल के बाद राशन का इंतजाम किया गया और वो खुद अपने कंधे पर राशन का कट्टा लादकर उस पीड़़ित महिला के घर पहुंच गए।
पुलिस दरोगा ने आनन-फानन में राशन का इंतजाम किया तथा स्वयं अपने कंधे पर राशन का कट्टा लादकर उस पीड़़ित महिला के घर पहुंचा दिया।
दारोगा रमेश चंद्र बेलवाल ने अपनी जेब के रुपयों से असहायों की मदद करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस का नाम पूरे देश में ऊंचा किया है। कुछ दिन पहले भी लॉकडाउन के दौरान, एक गरीब मजदूर की दो बेटियों को बिस्कुट और टाफियां देते हुए उनकी एक पोस्ट खूब वायरल हुई थी। इससे उत्तराखण्ड पुलिस की हर तरफ से वाह वाही हो रही है।