उत्तराखंड के प्रतिष्ठित गवर्नर हाउस में वन्यजीव सप्ताह समारोह का भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें कई गणमान्य व्यक्ति, वन अधिकारी और संरक्षणकर्ता उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में राज्य की समृद्ध वन्यजीव विरासत के संरक्षण और प्रबंधन के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर किया गया, साथ ही संरक्षण में शामिल विभिन्न व्यक्तियों और संस्थानों के उल्लेखनीय प्रयासों को मान्यता दी गई।
कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण श्री अजय सूरी द्वारा निर्मित किंग कोबरा के संरक्षण पर आधारित डॉक्यूमैन्ट्री का मा० राज्यपाल के समक्ष प्रदर्शन किया गया।
कीट विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी विशेषज्ञ डॉ. संजय सोंधी द्वारा लिखित पतंगों पर एक पुस्तक Moth of India-a field guide का विमोचन किया गया।
इसके अतिरिक्त डब्लू०डब्लू०एफ० की ओर से जारी किये गये पोस्टर “कार्बेट के जटायु पक्षी” का अनावरण भी किया गया। इस अवसर पर वन्यजीवों पर आधारित फिलैटैली एवं रैपटर पोस्टर प्रदर्शनी भी राजभवन में लगाई गई।
प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) / मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक श्री रंजन कुमार मिश्र ने अपने स्वागत भाषण में वन्यजीव सप्ताह के अंतर्गत किये गये कार्यों एवं संकल्पों के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
प्रमुख वन संरक्षक (HoFF), उत्तराखण्ड डा० धनंजय मोहन द्वारा बताया गया कि उत्तराखण्ड में वन्यजीवों की संख्या में संरक्षण के प्रयासों से उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। हिम तेंदुओं की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख सचिव वन श्री आर०के० सुधांशु ने अपने सम्बोधन में ईकोलोजी को ईकोनॉमी से जोड़ने की बात कही तथा वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व के विचार पर कार्य करने की विभाग की प्रतिबद्धता दोहराई।
मा० वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल द्वारा बताया गया कि जनसहभागिता के बिना वन एवं वन्यजीवों का संरक्षण किया जाना कठिन है। सह-अस्तित्व की भावना के लिये जन सहभागिता को बढ़ाया जाना आवश्यक है।
मा० राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल श्री गुरूमीत सिंह ने वन्यजीव संरक्षण में वनविभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं प्रयासों के सराहना की। मा० राज्यपाल महोदय द्वारा किंग कोबरा पर आधारित डॉक्यूमेन्ट्री की प्रशंसा करते हुये श्री अनुप शाह एवं श्री जिज्ञासु डोलिया एवं उनकी टीम को शुभाकामना दी। उन्होंने वन विभाग को वन्यजीव संरक्षण के कार्यों में नवाचार, नई तकनीक का अधिक से अधिक प्रयोग करने एवं जनसहभागिता को बढ़ाये जाने व अपने संकल्पों पर दृढ़निष्ठा से कार्य करने की प्रेरणा दी।
समारोह के दौरान, श्री स्वप्निल अनिरूद्ध उप वन संरक्षक, श्री दिगांथ नायक उप वन संरक्षक, श्री हरीश नेगी, सहायक वन संरक्षक, श्री संतोष कुमार पन्त, सहायक वन संरक्षक, डा० अमित ध्यानी, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, डा० दुष्यन्त, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, डा० प्रदीप मिश्रा, पशु चिकित्साधिकारी, श्री ललित कुमार, वन आरक्षी, श्री सुदर्शन पंवार, सदस्य रेस्क्यू टीम को वन्यजीव संरक्षण और प्रबंधन में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. विवेक पांडे अपर प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव द्वारा किया गया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, वन विभाग के विभिन्न अधिकारी, वानिकी अधिकारी, डब्लू०डब्लू०एफ० के पदाधिकारी स्कूली बच्चे आदि उपस्थित रहे।