स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड के नैनीताल में लाखों रुपये लगाकर पार्किंग का ठेका लेने वाले ठेकेदार ने अज्ञात लोगों पर सरकारी संपत्ति पर गलत तरीके से पर्यटकों की गाड़ियां पार्क कराकर अवैध रुपये वसूलने का आरोप लगाया है। नैनीताल में पार्किंग की कमी से परेशान पर्यटकों के वाहन खड़े करवाकर फायदा उठाते हैं ये लोग।
मल्लीताल के मैट्रोपोल पार्किंग को लेने वाले राजेश रावत ने मीडिया से कहा कि उन्होंने वैध तरीके से पार्किंग को नगर पालिका से लिया है। इस पार्किंग के समीप कुछ समय पूर्व हाईकोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन ने शत्रु संपत्ति से अतिक्रमणकारियों को हटाया था और उनके आवासों को जे.सी.बी.मशीन से ध्वस्त कर मैदान बना दिया था। आरोप है कि सड़क के ठीक नीचे इस स्थान और मैट्रोपोल पार्किंग से लगी हाईकोर्ट अधिवक्ता पार्किंग में भी कुछ लोग पर्यटकों की गाड़ियां पार्क कराकर अवैध वसूली में जुटे है। इस भूमि में अवैध तरीके से ₹120/= लेते हुए मैट्रोपोल संचालक ने एक युवक को पकड़ा। उन्होंने कहा कि लोग अनाधिकृत पार्किंगों में अवैध गाड़िया पार्क कर रहे हैं, जिसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेगा। नैनीताल में अक्सर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है और इसमें अधिकांश लोग अपनी गाड़ियां लेकर पहुंचते हैं। सड़कों में पुलिस की सख्ती के कारण ये लोग पार्किंग के लिए मल्लीताल में अशोक पार्किंग, फ्लैट्स पार्किंग, मस्जिद नाला कवरिंग पार्किंग, अंडा मार्किट पार्किंग, मैट्रोपोल पार्किंग, सूखाताल पार्किंग, बी.डी.पाण्डे पार्किंग समेत अन्य जगहों में चक्कर लगा लगाकर परेशान हो जाते हैं। इसका फायदा उठाकर बाहर से आए ये आरोपी पर्यटकों की गाड़ियां ऐसी अनाधिकृत पार्किंग में लगाकर अच्छे रुपये वसूलते हैं। राजेश के अनुसार उन्होंने वैध पार्किंग के लिए सरकार को एक बड़ी धनराशि दी है, लेकिन अवैध पार्किंग के चलने से उन्हें नुकसान हो रहा है। उन्होंने उस वीडियो को भी शेयर किया जिसमें अनाधिकृत रूप से पर्यटकों की गाड़ियां खड़ी करवाकर एक युवक अवैध वसूली के लिए माफी मांग रहा है। ठेकेदार ने नगर पालिका प्रशासन से इसपर रोक लगाने की प्रार्थना की है।