रिपोर्ट- नीरज धीमान
रुड़की। रुड़की वन विभाग की रेंज आजकल काफी सुर्खियां बटोर रही हैं। अवैध कटान हो या अवैध खनन से जुड़े मामलों में रुड़की रेंज कार्यालय हमेशा चर्चाओं में रहता हैं।
एक बार फिर अवैध खनन से जुड़ा मामला प्रकाश में आया है। जहां अवैध खनन/बजरी सामग्री मामले में पकड़े गये ट्रक को विभागीय अधिकारी ने बिना चालान के ही छोड़ दिया। जब यह मामला प्रकाश में आया, तो वन विभाग में हडकंप मच गया।
बताया गया है कि कुछ दिन पहले वन विभाग के अधिकारियों ने चैकिंग के दौरान एक ट्रक को अवैध रुप से ओवरलोडिड बजरी परिवहन करते हुए पकड़ लिया था। जिसके चालक से संबंधित कागजात मांगे गये, तो वह दिखा नहीं पाया।
इसके बाद उक्त ट्रक को सीज कर रुड़की रेंज कार्यालय में जब्त कर लिया गया,लेकिन कुछ दिन बाद ही उक्त ट्रक को बिना चालानी कार्रवाई के छोड़ दिया गया।
जब इसकी भनक मीडिया को लगी, तो उन्होंने उक्त संबंध में उच्च अधिकारियों से जानकारी ली, तो डीएफओ हरिद्वार नीरज शर्मा ने बताया कि उक्त वाहन के संबंध में उन्होंने स्टाफ से जानकारी ली, तो मालूम हुआ कि रेंजर विनय राठी द्वारा अपने स्तर से जुर्माना लेकर उसे रिलीज कर दिया। लेकिन उनके कार्यालय से जुर्माना राशि जारी नहीं की गई।
अब सवाल यह है कि वाहनों पर जुर्माने की राशि डीएफओ कार्यालय से जारी होती हैं, ऐसे में रेंजर विनय राठी द्वारा किस आधार पर अपने स्तर से जुर्माना वसूल किया गया और सीज ट्रक को रिलीज किया गया।
वहीं गुप्त सूत्रों से पता चला है कि डीएफओ हरिद्वार नीरज शर्मा द्वारा रुड़की रेंजर विनय राठी का स्पष्टीकरण मांगा गया हैं।
डी.एफ.ओ. नीरज शर्मा हरिद्वार इस मामले में केवल स्पष्टीकरण मांग कर कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं,परंतु कोई भी कार्यवाही की बाबत मुखर नजर नहीं आ रहे है।
अब सवाल यह है कि बिना उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाये बिना ही रेंजर द्वारा सीज को किस आधार पर छोड़ा गया। फिलहाल मामले की उच्च स्तर पर जांच चल रही हैं। अब देखने यह होगा कि रुड़की रेंजर के खिलाफ उच्चाधिकारी क्या कदम उठाते हैं।