स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड में नैनीझील की जीवनदायनी माने जाने वाले नालों में मलुवा मिट्टी डालने वाली महिलाओं का वीडियो बनने के बाद पालिका ने ₹5,000/= का चालान किया है। नगर पालिका ने आम लोगों से गैरजिम्मेदार लोगों के खिलाफ फ़ोटो वीडियो बनाकर उनके पास पहुंचने को कहा है । पालिका ने उनके नाम गोपनीय रखने का भी विश्वास दिलाया है ।
नैनीताल के मल्लीताल में मैट्रोपोल और रॉयल होटल के बीच बसी बंजारों की बस्ती में कुछ महिलाओं का बरसात शुरू होते ही नाले में मिट्टी और मलुवा डालने का वीडियो बनाया गया था । इस वीडियो में पहले पीले सलवार सूट में एक महिला भीगते हुए बोरे में मलुवा भरकर झील को जाने वाले नाले में डालती दिखी । महिला अपनी झोपड़ी के आगे से मिट्टी को हटा ही रही थी कि काम में हाथ बटाने के लिए लाल सलवार सूट पहने के अन्य महिला भी आ पहुँची । दोनों ने मिलकर मलुवे और मिट्टी से भरे भारी बोरे को सीधे नाले में डाल दिया ।
ये 23 नंबर का नाला झील से जुड़े अन्य 61 नालों की तरह सीधे नैनीझील में मिलता है और झील को लबालब भरने का काम करता है । नाला नैनीताल की ऊंची पहाड़ी टांकी बेंड से शुरू होकर माँ नयना देवी मंदिर के बगल में झील से मिलता है । नालों से पानी के अलावा मिट्टी भी झील में जाति है, जिसे निकालने के लिए हर दो वर्ष में करोड़ों का बजट लगाया जाता है । प्रशासन ने नालों में मिट्टी और कूड़ा डालने वालों को रोकने के लिए जगह जगह सी.सी.टी.वी.लगाए हैं। लंबा समय बीत जाने के बाद भी इन कैमरों में कैद नाले गंदे करने की तस्वीरों को आधार बनाकर आरोपियों का चालान करने का एक भी मामला सामने नहीं आया । पालिका के सैनेटरी इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार का कहना है कि उन्होंने वीडियो आने के बाद उन लोगों का पांच हजार रुपये का चालान किया और आगे ऐसा नहीं करने की हिदायत दी है । इसके अलावा मीडिया के माध्यम से उन्होंने लोगों से कहा है कि जो भी ऐसा वीडियो या फ़ोटो लेकर उनके पास आएगा उसका नाम गोपनीय रखा जाएगा और आरोपी के खिलाफ कार्यवाही होगी। नगर पालिका की उस क्षेत्र की मेंबर गज़ाला का कहना है कि उन्होंने लोगों को कूड़ा नहीं डालने के लिए जागरूक किया था । आज ये वीडियो बनाने वाले की सराहना करते हुए ऐसे लोगों का चालान किया गया है । वो आगे भी लोगों को जागरूक करते रहेंगी ।