रिपोर्ट :हर्ष मणि उनियाल
अधिशासी अभियंता , ग्रामीण निर्माण विभाग प्रखंड घनसाली द्वारा अपने पत्रांक संख्या -505/ग्रा0नि0वि0/निविदा सूचना -02/2021-22 दिनांक 16-08-2021 के अंतर्गत चार कार्यो की निविदाएं दिनाक 08-09-2021 तक समय 3 बजे तक ऑनलाइन अमांत्रित की गयी थी।
जिसकी टेक्निकल बिड दिनांक 09 सितंबर 21 को 12 बजे खोली जानी थी तथा उक्त कार्य की निविदा भी 18-08-2021 को 4 बजे से दिनांक 08 सितंबर 21 को 3 बजे तक डाउनलोडिंग हेतु उपलब्ध थी।
इस पूरे मामले में मनीष द्वारा शिकायत की गयी की उक्त निविदाओं की कार्यवाही में काफी अनिमितताएं हुईं है । जिसमे आरोप इस बात का लगाया गया है कि निविदाओं हेतु टेंडर बॉक्स नहीं रखा गया था और ठेकेदारों द्वारा निविदा खोलने के बाद अपनी निविदाएं वापस ली जा रही थी।
यही नहीं निविदा आमंत्रण करने तथा निविदा खोलने के समय में कोई अंतराल नहीं रखा गया ।ठेकेदारों द्वारा जब चाहा तब निविदा वापस ले ली गयी जिस हेतु उनके पास प्रयाप्त साक्ष्य है।
क्या किया विभाग ने
अब विभाग के अधीक्षण अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग परिमंडल देहरादून द्वारा एक जाँच का आदेश जारी कर अधिशाषी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग प्रखंड टिहरी को जाँच अधिकारी बनाया है।
अब सवाल यहाँ उठा
इस पूरे मामले में जब हमने अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग युवराज सिंह से बात की तो उन्होंने विभागीय इस जांच पर ही सवाल कर दिए है।
उनका कहना है कि यह निविदा और मामला निश्चित तौर पर अधिशासी अभियंता स्तर की है ऐसे में यदि निविदा सम्बंधी अनियमितता में सहायक अभियंता की शिकायत है तो वहाँ पर एक स्तर छोड़कर उच्च स्तर( अधीक्षण अभियंता) द्वारा प्रकरण की जांच किये जाने का नियम है।
यदि शिकायत अधिशाषी अभियंता की है तो जाँच मुख्य अभियंता द्वारा किये जाने का नियम है।
कुल मिलाकर इस पूरे जांच वाले मामले पर ही अब सवाल खड़े कर दिए गए है।
अब जाँच किस तरह और किस प्रकार सही रह पायेगी ये देखने वाली बात होगी।
वही शिकायतकर्ता मनीष द्वारा इस मामले में अब मुख्य सचिव से शिकायत की जाने की बात कही जा रही है।