स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के बागेश्वर में भूस्खलन से एक पैदल पुल बुरी तरह से श्रतिग्रस्त हो गया है, जिससे हजारों की आबादी वाले गांव का मार्ग बाधित हो गया है ।
प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि फिलहाल अस्थाई पुल लगाकर आवाजाही शुरू की गई है और जल्द ही लोक निर्माण विभाग इस पुल को ठीक कर देगा ।
बागेश्वर जिले की कपकोट तहसील में पड़ने वाले मिखिला खलपट्टा गांव को जोड़ने वाला पैदल पुल पास में मलुवा आने से श्रतिग्रस्त हो गया है । ये पुल पतियासार-झूनी-खलझूनी निर्माणाधीन मार्ग को जोड़ता है, जो भारी बोल्डर गिरने से टूट गया है ।
पुल के श्रतिग्रस्त होने से मिखिला खलपट्टा गांव की 5 हज़ार की आबादी बेहद परेशानी में है। ध्वस्त हुआ पैदल पुल लो.नि.वि.के अधीन था। निर्माणाधीन सड़क एक निजी कंपनी बना रही है जिसके कार्यों पर समय समय पर सवाल खड़े होते रहे हैं ।
आरोप है कि निर्माणाधीन सड़क कटिंग की मिट्टी, बोल्डर, मलुवे को समीप बहती सरयू नदी में डाला जाता है । पुल के ऊपर मलुवा आने से ग्रामीणों का आना जाना भेद हो गया है । सड़क कटिंग के कारण लगातार पत्थर, बोल्डर नीचे गिर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि ध्वस्त पुल के स्थान पर नया पुल आवाजाही के लिए तैयार किया जाए । उन्हें गांव में राशन ले जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ए.डी.एम.ने बताया की फ़िलहाल ग्रामीणों की आवजाही के लिए नदी को पार करने के लिए अस्थाई ट्रॉली लगाई गई है । लोक निर्माण विभाग अब जल्द ही टूटे हुए पुल को ठीक करवा देगा।