श्रम अधिकारी ने अपने अवर अभियंता पति पर दहेज उत्पीड़न व पिटाई करने का आरोप लगाया है । साथ ही पीड़िता ने यह आरोप भी लगाया कि उनके पति ने दो व्यक्तियों को उन्हें मारने के लिए भी भेजा था ।
राज्य महिला आयोग के आदेश पर श्रम अधिकारी के पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
उत्तराखंड में लगातार महिलाओ के शोषण की खबरे बढ़ती जा रही हैं । शासन की सख्ती के बावजूद ऐसे केस रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं ।
जानिए क्या हैं मामला
पीड़िता पिंकी टम्टा के अनुसार , शादी 14 अक्टूबर 2013 को शरद टम्टा निवासी गौचर, चमोली के साथ नरेंद्र नगर में हुई थी। शरद टम्टा लोक निर्माण विभाग में अवर अभियंता के पद पर तैनात हैं।
25 सितम्बर 2014 को उन्होंने बेटे को जन्म दिया, लेकिन उनके पति व ससुरालियों ने उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया । डिलीवरी के बाद पांच महीने तक वह अपने मायके नरेन्द्र नगर में रही हैं।
कुछ समय बाद वह ससुराल गौचर चली गई, जहां ससुराल पक्ष ने उन्हे परेशान करना शुरु कर दिया। इसके बाद उनके पति ने अपना तबादला गोपेश्वर करा लिया।
आरोप है कि जुलाई 2016 में जब पिंकी ने पति को बच्चे की देखभाल के लिए कहा तो पति ने इस बात पर उसकी पिटाई कर दी। पिंकी ने बताया कि फरवरी 2017 में वह दोबारा गर्भवती हुई। जब उन्होंने यह बात अपने पति को बतायी तो वह आग बबूला हो गया ।
अप्रैल 2017 में पिंकी का तबादला देहरादून हो गया। 17 नवम्बर में उन्होंने दूसरे बच्चे को जन्म दिया।जिसके बाद बच्चे को निमोनिया हो गया। यह बात उन्होंने अपने पति को बताई तो वह गुस्सा हो गया ।
महिला ने बताया कि मई 2019 में उन्होंने अपने पति का फोन चेक किया तो उसमे किसी महिला के साथ चेटिंग की बात सामने आई । 2019 में पति दीपावली पर देहरादून आए और उन्होंने पिंकी की पिटाई की।आरोप है कि 20 मार्च 2021 को उनके पति ने दो व्यक्तियों को उन्हें मारने के लिए भेजा था ।