स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड के नैनीताल का कैंडल उद्योग रंग बिरंगी, डिजाइनदार कैंडिलों के साथ आपके स्वागत को तैयार है । दो वर्षों की कोविड मार के बाद सैकड़ों आकारों वाली मोमबत्तियां बाजार में उपलब्ध हैं ।
नैनीताल, प्राकृतिक सौंदर्य और अपनी खूबसूरती की वजह से पर्यटकों के लिये हमेशा से स्वर्ग माना जाता रहा है। यहां की कैडिल भी अपने डिजाइन और संदेशों के कारण विश्व प्रसिद्व हैं। इन केंडिलों का महत्व दीपावली के मैाके पर ज्यादा हो जाता है और इनकी मांग भी काफी बड जाती है।
दुकानों में तरह तरह की कैडिले नैनीताल में पर्यटकों व स्थानीय लोगो को अपनी ओर आकर्षित करती है। नैनीताल में इस समय मौसम सुहावना बना हुआ है। दशकों पहले इसी मौसम को देखते हुए यहां कैडिल उधोग की शुरूआत हुयी। मौसम में ठंडक होने के कारण यहां कैडिल बनाना आसान हो जाता है। तरल वैस्क को ढांचे में डालकर उसे एक शेप दिया जाता है । तापमान कम होने से मोम एकदम जम जाता है । मोम, इसके बाद इन मोम के ढांचों को एक रूप मिल जाता है जो पर्यटकों को खूब पंसद आता है।
इस बार बाजार में नयी डीजाइन वाली कैडिल बिक रही है । दो वर्षों से कोविड की मार झेल रहे कैंडल व्यवसाइयों ने इस बार लगभग सौ तरह कि कैडिल तैयार की हैं। दिवाली में कैडिल कि माॅग बढ जाती है। इस बार चाइनीस कैंडल की डिमांड कम होने से नैनीताल की ट्रेडिशनल कैंडल ज्यादा बिक रही है। नैनीताल में इस कैडिल उधोग से जुडे लोग करीब दो तीन महीने पहले से दीपावली की तैयारी में जुट जाते हैं। कई परिवारों का जीवन यापन इस उधोग के सहारे चल रहा है।