स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):-
उत्तराखंड उच्च न्यायालय की पहल के बाद वादकारियों और अधिवक्ताओं को ई सेवा केंद्र के खुलने से न्यायालय की गतिविधियों की आसानी से जानकारी मिल सकेगी । मुख्य न्यायाधीश के साथ अन्य न्यायाधीश भी इस मौके पर मौजूद रहे ।
उच्च न्यायालय में गेट संख्या 7 के समीप एक ई केंद्र का उद्घाटन किया गया । उद्घाटन मुख्य न्यायाधीश आर.एस.चौहान ने किया । इस मौके पर उनके साथ न्यायालय के अन्य जज भी मौजूद थे । इस ई-सेवा केंद से वादकारी अपने केस संबंधी जानकारियां आसानी से हासिल कर सकते हैं । इसके अलावा आधुनिक तकनीक से लैस इस केंद्र से अधिवक्ताओं को भी काफी मदद मिलने की उम्मीद है । इस व्यवस्था में निम्न सुविधाएं आसानी से मिल सकेंगी ।
(1)वादो की अद्यतन स्थिति, सुनवाई की अगली तारीख एवं अन्य जानकारी के विषय में पूछताछ की जा सकती है।
(2) एनरोइड, आई.ओ.एस.और ई-कोर्ट मोबाइल एप डाउनलोड करने में सहायता प्रदान की जाएगी।
(3)मा.न्यायमूर्ति गणों के अवकाश और न्यायालय में बैठने सम्बन्धी सभी जानकारियां यहां से मिल जाएंगी ।
(4)न्यायालय के स्थान, वाद, सूची और वादों की सुनवाई संबंधी दूसरी जानकारियां मिल सकेंगी ।
(5)उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति, उत्तराखण्ड विधिक सेवा समिति, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से निःशुल्क कानूनी सेवाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए
मार्गदर्शन।
(6)ई-न्यायालय परियोजना के अन्तर्गत डिजिटल रूप में उपलब्ध सुविधाओं के संबंध में पूछताछ और सहायता मिल सकेगी।
(7)विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वादों की सुनवाई के सम्बन्ध में सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी।
न्यायालय परिसर में शुरू हुए इस ई सेवा केंद्र के उद्घाटन के मौके पर मुख्य न्यायाधीश आर.एस.चौहान, मनोज तिवारी, शरद शर्मा, एन.एस.धनिक, आर.सी.खुल्बे, रविन्द्र मैठाणी और न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा ।
न्यायालय के रजिस्ट्रार जर्नल धनंजय चतुर्वेदी ने ये जानकारियां देते हुए बताया कि इससे उच्च न्यायालय समेत सभी जिलों के वादकारियों को अधिवक्ताओं को आसानी से मदद मिल सकेगी ।