रिपोर्ट- राजकुमार सिंह परिहार
जिला पंचायत सदस्यों का वित्तीय अनियमितताओ एवं विकास योजना को मिली धनराशि का असमान वितरण और विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर चल रहा आमरण अनशन ढाई घण्टे के हाईवोल्टेज ड्रामे के साथ पहले ही दिन समाप्त हो गया। डीएम के आश्वासन पर अनशन खत्म हुआ।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार के नेतृत्व में 9 जिला पंचायत सदस्यों का आंदोलन 73 वे दिन बाद आज आमरण अनशन में तब्दील हो गया। आमरण अनशन के पहले दिन उपाध्यक्ष नवीन परिहार बैठे थे, जबकि समर्थक 8 सदस्य धरने में बैठे रहे। इस पर आयोजित सभा में आंदोलनरत सदस्यों ने कहा कि उनके आंदोलन को आज 73 दिन हो पूरे हो गए है। लेकिन शासन प्रशासन उनके आंदोलन की लगातार उपेक्षा कर रहा है।जिस कारण आज उन्हें आमरण अनशन शुरू करना पड़ा है।
सदस्यों ने बताया कि पंचायत से कराए जा रहे विकास कार्यों में धांधली हो रही। इसको लेकर कई बार आवाज उठाई, लेकिन अफसरों के कानों तक नहीं पहुंच सकी। शिकायती पत्र अफसरों के टेबल पर ही दफन हो गए। अब जब तक उच्चाधिकारी स्तर से जांच व कार्रवाई के संतोषजनक आश्वासन नहीं मिला, तब आमरण अनशन की राह पकड़नी पड़ी। सुबह 11 बजे अपने तय समय से उपाध्यक्ष नवीन परिहार आमरण अनशन पर बैठे तब से 1:30 बजे तक के हाईवोल्टेज ड्रामे ने कई रंग बदले।
बताया जा रहा है कि जिला अधिकारी विनीत कुमार व जिला पंचायत अध्यक्ष समेत धरने पर बैठे सदस्यों का एक प्रतिनिधि दल अज्ञात स्थान पर लगातार वार्ता करता रहा। जिसके बाद बजट के समान वितरण को लेकर सहमति बनी तो ज़िलाधिकारी व अध्यक्ष ने धरना स्थल पर पहुँचकर अनशन पर बैठे उपाध्यक्ष नवीन परिहार व अन्य आन्दोलनरत सदस्यों की समस्या सुनी और शिकायतों का निस्तारण करने का भरोसा दिया। इसके बाद जूस पिलाकर आमरण अनशन को खत्म कराया है। इस मौके पर इंदिरा परिहार, रूपा कोरंगा, गोपा धपोला, रेखा आर्या, पूजा आर्या, वंदना ऐठानी, हरीश ऐठानी, गोपाल किर्मोलिया, पूरन गाड़िया, अपर मुख्य अधिकारी समेत जिला पंचायत के कर्मचारी मौजूद रहे।
♦️नवीन परिहार, उपाध्यक्ष जिला पंचायत बागेश्वर
हमारी मागों को मानने में अध्यक्ष महोदया को काफ़ी वक्त लगा परन्तु शुक्र है, देर आये दूरस्त आये।उन्हें आज 73 दिन के बाद हमारी बातें समझ आयी हैं। आज आमरण अनशन पर बैठने के बाद ज़िलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी की मध्यस्थता के बाद समाधान के तौर पर सभी जिला पंचायत क्षेत्रों में बजट का समान वितरण किया जायेगा। जिससे हमारे क्षेत्र के विकास व जनपद के विकास को बल मिलेगा। बांकी कल के सामान्य बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा कर विकास की नई योजनाएँ प्रस्तुत कर वार्ता की जायेगी। बांकी जांच के जो विषय है वह यथावत प्रगति पर रहेगी, यदि परिणाम सकारात्मक नही मिलते हैं तो अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
♦️बसंती देब, अध्यक्ष जिला पंचायत बागेश्वर
हम सभी एक परिवार के सदस्य हैं कुछ मतभेद रहे जिनकी वजह से कुछ माननीय सदस्य नाराज़ होकर धरने पर बैठे थे। मेरे द्वारा पहले भी लगातार वार्ता की जा रही थी परन्तु आज एक बार पुनः वार्ता की गई और परिणाम सकारात्मक रहे जिसके चलते अनशन समाप्त हुआ है। मैं आप सभी को भरोसा दिलाती हूँ कि जनपद के विकास को लेकर हम सभी एकजुट होकर कार्य करेंगे।
♦️बसंत मेहता, कार्यकारी अपर मुख्य अधिकारी
मैं लगातार अध्यक्ष व धरने में बैठे सदस्यों से बात कर मामला सुलझाने को लेकर समाधान की पहल करता रहा। आज ज़िलाधिकारी महोदय के हस्तकक्षेप से यह सम्भव हो पाया है। मैं समझता हूँ कि जिससे जिले के विकास की योजनाओं को निश्चित तौर पर बल मिलेगा।
♦️विनीत कुमार, जिला अधिकारी बागेश्वर
आज दोनो पक्ष को आपस में बैठकर आपसी मतभेद भूलकर जनहित में यह निर्णय लिया, जो बेहद सकारात्मक कदम है। इनकी आगे की कार्यवाही इनके अपने माध्यम से ही सदन में ही सुलझाई जायेगी।