पहाड़ में विकास, पलायन और पहाड़ का पानी पहाड़ की जवानी की बात करने वाली सत्ताधारी पार्टी के माननीय अजय टम्टा की धर्मपत्नी शिक्षिका ने एक अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया है।
आपको बता दें कि माननीय अजय टम्टा जी की धर्मपत्नी का अटैचमेंट देहरादून करवा दिया गया है। वर्तमान में राजकीय इंटर कॉलेज जुम्मा (पिथौरागढ़ )में अंग्रेजी के प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है।
पहाड़ के विद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। इसके बावजूद शिक्षक शिक्षिकाओं का मैदानी जिलों का मोह नहीं छूट रहा है।सोर्स सिफारिश के द्वारा अनेक शिक्षक शिक्षिकाएं पहाड़ छोड़कर मैदान में डटे हुए है।
स्थितियां इस और साफ इशारा करती हैं कि क्या शिक्षक अभी भी पहाड़ चढ़ने से कतरा रहे हैं।
इसके विपरीत कुछ शिक्षक अपनी कर्तव्यनिष्ठाता के साथ लंबे समय तक दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं परंतु ऐसे शिक्षकों का प्रतिशत बहुत ही कम है।