उत्तराखंड में बेरोजगारी दर में एक बार फिर उछाल आया है।यह अप्रैल में मार्च के मुकाबले 1.8 फीसद बढ़कर 5.3 फीसद हो गई है।
आपको बता दें कि प्रदेश में दिसंबर 2021 में बेरोजगारी दर 5 फ़ीसदी थी।वह इस साल यानी जनवरी 2022 में घटकर 3.5 फीसद रह गई थी।
फरवरी में यह 1.1 फीसद बढ़कर 4.6 फीसद हो गई जबकि मार्च में घटकर फिर से 3.5 फीसद और अप्रैल में बढ़कर 5.3 प्रतिशत हो गई है।
सीएमआईई के मासिक बेरोजगारी के आंकड़ो के मुताबिक राज्यो में देखें तो अप्रैल में हरियाणा में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर रही तो सबसे कम हिमाचल प्रदेश में।बेरोजगारी दर के मामले में उत्तराखंड और आंधप्रदेश एक ही यानी 16 वे पायदान पर है।
उत्तराखंड के पडोसी राज्य उत्तरप्रदेश और हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड में बहुत बेहतर स्थिति में है ।
नवम्बर में उत्तराखंड में बेरोजगारी दर महज 3.1 फीसद ही थी। बीते कुछ महीनों से बेरोजगारी दर में लगातार कमी आ रही थी।
बता दें कि प्रदेश में अगस्त 2021 में बेरोजगारी दर जुलाई के मुकाबले दोगुनी हो गई थी प्रदेश में बेरोजगारी दर जुलाई के 3.2 फीसद से बढ़कर अगस्त में 6.2 प्रतिशत हो गई थी।
जैसे-जैसे प्रदेश में बेरोजगारी की दर बढ़ रही है वैसे ही उत्तराखंड के युवाओं के लिए चिंताएं भी बढ़ रही हैं पहले से ही कर्जे की मार झेल रहे उत्तराखंड में बढ़ती बेरोजगारी दर चिंता का सबब बनी हुई है।