रजिस्ट्री फर्जीवाड़े के मुख्य सरगना केपी सिंह (कंवर पाल)की जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। अब केपी सिंह जो मुख्य सरगना और इस फर्जीवाड़े मामले की अहम कड़ी था ,उनकी मौत से कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।मौत का कारण हार्टअटैक बताया जा रहा है। हालांकि, मामला अभी भी संदिग्ध बना हुआ है।
केपी सिंह की मौत रजिस्ट्री फर्जीवाड़े की जांच के लिए बड़ा झटका साबित हो सकती है। क्योंकि, अब तक रजिस्ट्री फर्जीवाड़े के जितने भी प्रकरण सामने आए हैं, उसमें केपी सिंह और अधिवक्ता कमल विरमानी का ही अधिकतर नाम सामने आया है।
केपी सिंह सहारनपुर जेल में बंद था और 08 सितंबर को दून पुलिस उसे बी-वारंट पर दून भी लाई थी। यहां उससे रजिस्ट्री फर्जीवाड़े पर तमाम साक्ष्य पुलिस ने बरामद किए गए थे।
हालांकि अब देखने वाली बात तो यह होगी कि रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में मुख्य सरगना की मौत के बाद कौन सा मोड़ आता है।