नैनीताल ज़ू जाने वाले यात्री पर्यटकों के लिए सुविधाजनक वाहनों का ट्रायल शुरू। जानिए इस 5 स्टार कैटेगिरी वाहन की खूबी…

स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड में नैनीताल जू की शटल सेवा को बन्द कर 5 स्टार कैटेगिरी की ईको कार का ट्रायल रहा सफल। ज़ू शटल सेवा बन्द होने के बाद ये ट्रायल हुआ शुरू, आगे और कंपनी के वाहन भी किये जाएंगे ट्राय।
नैनीताल में तल्लीताल की शेर का डांडा पहाड़ी में बने जी.बी.पंत उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान ‘जू’ में हर वर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। पहाड़ी के टॉप पर होने के कारण पर्यटकों को जू तक जाने में कुछ मुश्किलें आती हैं, इसलिए प्रशासन, जू प्रबंधन और नगर पालिका ने यात्री पर्यटकों के लिए पिछले कुछ वर्षों से शटल सेवा की व्यवस्था बनाई थी। इस वर्ष 31 मई को टैक्सियों की व्यवस्था करने वाले ठेकेदार का अग्रीमेंट खत्म होने के बाद जिलाधिकारी ने इस व्यवस्था पर विराम लगा दिया। अब इसके लिए आज नई व्यवस्था की संभावना तलाशते हुए 5 स्टार कैटेगिरी के ईको फ्रेंडली वाहन का प्रथम ट्रायल लिया गया।
ई.ओ.नगर पालिका अतुल भंडारी ने बताया की जिलाधिकारी मैडम के आदेश के बाद शटल सेवा का ठेका पूरा होने के बाद बीती 31 मई से वो व्यवस्था समाप्त कर दी गई। आज मौरिस गैराज कंपनी की ईको कार का ट्रायल लिया गया, जो बहुत सफल रहा। उन्होंने ये भी कहा कि यात्री पर्यटकों के लिए नई व्यवस्था बनाई जा रही है और अगर ये कामयाब रही तो यहां आने वाले पर्यटकों के लिए ये एक अत्याधुनिक सुविधा होगी।
आर.टी.ओ.प्रवर्तन नंद किशोर ने बताया की इस 5स्टार कैटेगिरी की इलेक्ट्रिक कार में तीन सवारियां अति सुविधाजनक तरह से सफर कर सकती हैं। इस वाहन को 8 घंटे चार्ज करने के बाद लगभग 200 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। मॉल रोड से ज़ू के टॉप तक ले जाने के बावजूद गाड़ी पावर की जगह ईको मोड में चली। लगभग 7.50 से 8लाख रुपये कीमत की इस कार को पहले ट्रायल में रखा गया है। इसके बाद भी ज़ू और राजभवन में अन्य कंपनियों के वाहनों के ट्रायल होंगे। उन्होंने ये भी कहा कि इस कार की चौड़ाई कम होने और कम जगह में घूमने की श्रमता होने के कारण इस गाड़ी से ट्राफिक जाम कम लगेगा।
डी.एफ.ओ.चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि प्रशासन जब उनसे शटल और वाहन के बारे में पूछेगा तो वो ज़ू के परिपेक्ष में बताएंगे। फिलहाल पिछले दो तीन दिनों में पर्यटक 1700 से 1800 की संख्या में लगभग बराबर ही आए हैं। कहा कि वन्यजीव प्रेमी तो 800 मीटर के इस रास्ते को हसकर पार कर रहे हैं।

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