स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड के नैनीताल की भारी बरसात ने पिछले 8 दिनों में ही नैनीझील का जलस्तर शून्य से तेजी से बढ़ाकर 6.5फीट तक ला खड़ा किया है। ये जलस्तर पिछले वर्ष 1 से 8 जुलाई तक 343एम.एम.के मुकाबले इस वर्ष 512एम.एम.हो चुका है।
नैनीताल की विश्व विख्यात नैनीझील में गर्मियों के जून माह के दौरान जलस्तर बहुत कम रह जाता है। इस दौरान पेयजल की अधिक खपत और बरसात नहीं होने के कारण जलस्तर शून्य और माइनस तक चला जाता है। इस वर्ष 12 जून को झील का जलस्तर शून्य था और 21 जून को सबसे कम माइनस आठ इंच(-8″)तक गिर गया। जिसके बाद हल्की बरसात के साथ ही 26 जून तक जलस्तर शून्य और फिर बढ़कर सात इंच हो गया। तब से अबतक जलस्तर 6 फीट और बड़ गया है। नैनीताल में एक जनवरी से अबतक 874एम.एम.बरसात हो चुकी है, जिसमें से पिछले 8 दिनों में ही 512एम.एम.बरसात दर्ज हुई है। बीते वर्ष इस वक्त 962एम.एम.बरसात हुई थी, जबकि झील का जलस्तर 6फीट पहुंचा था। वर्तमान में झील का जलस्तर 6.5फीट पहुँच चुका है। वर्ष 2023 में एक से 8 जुलाई तक 343एम.एम.जबकि 2024 में इसी अवधि में 512एम.एम.बरसात देखी गई।
नैनीताल में 1 जुलाई 2024 को 95एम.एम., 2 जुलाई को 0(शून्य)एम.एम., 3 जुलाई को 43एम.एम., 4 जुलाई को 25एम.एम., 5 जुलाई को 19एम.एम., 6 जुलाई को 117एम.एम., 7 जुलाई को 134एम.एम.और 8 जुलाई को 79एम.एम.बरसात नोट की गई जिसने झील के जलस्तर को एकदम बड़ा दिया है।सिंचाई विभाग की देखरेख वाली नैनीझील के जे.ई.नीरज तिवारी ने कहा कि नालों से मलुवे को लेबर के माध्यम से निकाला जाता है। उन्होंने कहा कि नैनीझील को भरने वाले नालों में टूटफूट नहीं हुई है, केवल एक नाले की दीवार श्रतिग्रस्त हुई है। विभाग, झील और नालों पर लगातार नजर बनाए हुए है।
बाईट :- नीरज, जे.ई., सिंचाई विभाग।