रिपोर्ट/हर्षमणि उनियाल
घनसाली विधानसभा:-
वाड अणुवा में ग्रामीणों को मुआवजा न मिलने पर रोष हैं l ग्रामीणों का आरोप है कि उनके खेतों का जंगली सूअरों द्वारा कई वर्षों से भारी नुकसान किया जा रहा है।
काश्तकारो का कहना है कि उन्हें वन विभाग की लापरवाही एवं तहसील प्रशासन बालगंगा की लापरवाही भारी पड़ रही है।
ग्रामीणों ने वन विभाग और बलगंगा तहसील के कार्यो से बहुत मायूसी और रोष हैl
पूर्व में ग्रामीणों पर जंगली जनवरो द्वारा हमला भी इस क्षेत्र में हुआ है और खेतो को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया है।
ग्राम प्रधान दिनेश भजनियाल के द्वारा कई बार इसके बाबत शासन प्रशासन को अवगत कराया गया लेकिन उसके बावजूद भी कोई कार्यवाही अभी तक काश्तकारो के हितों को लेकर नहीं की गयी है।
वन विभाग के कर्मचारी और क्षेत्रीय पटवारी के द्वारा काश्तकारो के खेतों के हुए नुकसान का आकलन करने के बावजूद भी तक कोई मुआवजा पीड़ित काश्तकारो को नहीं मिल पाया है।
प्रधान संगठन के अध्यक्ष और ग्राम प्रधान वाड अणुवा दिनेश भजनियाल ने जंगली सूअरों और जंगली बंदरों सुरक्षा के लिए सूअर रोधक दीवार लगवाने एवं वन विभाग की टीम तैनात करने के लिए आग्रह किया था लेकिन किसी ने अभी तक इस और ध्यान नहीं दिया और लगातार काश्तकारो को इसका दंश भुगतना पड़ रहा है।
जंगली जानवर खेतो को बार बार नुकसान पहुंचाकर काश्तकारो की मेहनत को बर्बाद कर रहे है और जिम्मेदार विभाग तमाशबीन बना हुआ है।
अब ग्रामीणों ने इस बात का निर्णय लिया है कि वह स्वयं अपने संशाधनों से अपने गांव के 2 लोगों को खेतों की चौकीदारी एवं जंगल की चौकीदारी के लिए रखा गया है।
लेकिन सवाल यह है कि जिम्मेदार विभाग के लोग कब अपनी जिम्मेदारी को समझकर पीड़ित काश्तकारो की पीड़ा दूर करेंगे।