जगदम्बा कोठारी
ऋषिकेश। ‘योग नगरी’ और ‘योगा कैपिटल’ के नाम से विश्वविख्यात ऋषिकेश मे पिछले 20 दिनों से शहर के बीच एक ट्रैचिंग ग्राउन्ड को खाली करवाने की मांग को लेकर ‘जागृति एक प्रयास’ के बैनर तले आंदोलनकारी धरना दे रहे हैं। मगर नगर निगम अभी तक इस कूड़े के विशाल पहाड़ को शहर से नहीं शिफ्ट कर सका।
मजबूरन सरकार को आइना दिखाने के लिए ऋषिकेश के नागरिकों ने इस ट्रैचिंग ग्राउन्ड पर आज एक योगशाला का आयोजन किया, जिसमे शहर के सैकड़ों लोगों ने 84 बीघा मे फैले इस कूड़े के ढेर पर योग कर सरकार का ध्यान करके इस ओर आकर्षित करने का प्रयास किया।
बाकायदा इस योग शाला मे मुख्यमंत्री, सांसद, विधानसभा अध्यक्ष समेत शहर की मेयर अनिता ममगांई को भी योग करने के लिए विशेष तौर पर आंमत्रित किया गया। हालांकि उनका न पहुंचना तय था।
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यहां देश विदेश से हजारों की संख्या मे प्रतिवर्ष विद्यार्थी योग की शिक्षा ग्रहण करने आते हैं जिनमे अधिकांश विदेशी होते हैं। ऐसे मे शहर के बीचोंबीच और गंगा किनारे 84 बीघा जमीन मे कूड़े का विशाल पहाड़ स्थित है, जिसका गंदा और बदबूदार पानी सीधा गंगा मे जाकर मिल रहा है और गंदगी के इस अंबार से पूरे शहर का वातावरण दूषित हो गया है।
सरकार एक ओर जहां स्वच्छ भारत मिशन जैसे कार्यक्रम चलाकर स्वच्छ भारत का नारा दे रही है, वहीं धर्म नगरी ऋषिकेश मे शहर के बीच सालों से पड़े हजारों टन कूड़ा हटाने मे दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। जबकि शहर के विधायक और विधानसभा अध्यक्ष सहित मेयर तक भाजपा के टिकट से ही जीते हैं ऐसे मे स्वच्छ भारत मिशन जैसा नारा भाजपा सरकार के लिए सिर्फ हवाई साबित हो रहा है।
ट्रैचिंग ग्राउंड मे योग करने वालों मे अरविंद हटवाल, हरि राम वर्मा, रजत प्रताप सिंह, विकास अग्रवाल, गौरव राजपूत, हर्षित गुप्ता, प्रदीप प्रदेश महासचिव कांग्रेस राजपाल खरोला, एकांत गोयल, सुमित त्यागी, गौरव राणा राम कुमार, रवि गुप्ता, राजकुमार अग्रवाल, हरीश आनंद, वेदपरकाश धिंगडा आदि सैकड़ों स्थानीय युवा शामिल थे।