आरटीआई में एक और बड़ा खुलासा है। हल्द्वानी शहर के लोगों ने काफी लंबे समय से पानी का बिल नहीं चुकाया है।
इनमे सरकारी संस्थानों से लेकर निजी संस्थान वाले और घरेलू बकायेदार भी हैं। एक- एक सरकारी संस्थान पर एक-एक लाख तक बिल बकाया है। नगर में दर्जनों ऐसे परिवार हैं, जिन पर 2-2 लाख रुपए तक का बिल बकाया है।
आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत गोनिया ने सूचना के अधिकार में जब जानकारी मांगी तो पता चला कि नगर में 13,598 पेयजल उपभोक्ताओं ने कुल 22 करोड़ 36 लाख 16 हजार रुपए चुकाने हैं।
जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ने जिला अधिकारी को पत्र लिखकर बकाया वसूलने की कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।
आरटीआई एक्टिविस्ट हेमंत गोनिया कहते हैं एक ओर जल संस्थान दो महीने का भी बिल बकाया होने पर आम आदमी का पेयजल कनेक्शन काट देता है, वहीं इन लोगों के लाखों रुपए बकाया होने के बाद कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
यहां पर यह जिक्र करना भी समीचीन होगा कि हल्द्वानी की राजपुरा, काठगोदाम और इंदिरा नगर इलाकों में जून के पूरे महीने में पानी की भारी किल्लत रही और लोगों ने जलसंस्थान के कार्यालय में आंदोलन भी किए किंतु सवाल यह है कि जब लोग अपने बिलों का भुगतान ही समय पर नहीं करेंगे तो फिर विभिन्न जगहों पर लीकेज हो रही पेयजल लाइनों और अन्य कार्य के लिए धन की व्यवस्था आखिर कैसे और कब तक हो पाएगी !
अकेले हल्द्वानी शहर में बकायेदार सरकार का इतना रुपए दबा कर बैठे हैं तो पूरे राज्य में हालात काफी चौंकाने वाले हो सकते हैं।