उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी श्रीमती नौटियाल के खिलाफ झंडा बुलंद कर अध्यक्ष बनने वाली यशोदा राणा को आज कोर्ट से तगड़ा झटका लगा।
तक़रीबन एक साल का बचा ज़िला पंचायत अध्यक्ष पद छोड़ कर नगर पालिका अध्यक्ष बड़कोट के लिए सीट महिला आरक्षित करवाने में सफल रही यशोदा राणा के देहरादून नगर निगम की भी मतदाता सूची में नाम होना यशोदा राणा की विदाई का कारण बना। इस फ़ैसले से उन लोगों को भी सीख मिलेगी जो एक से अधिक जगहों से मतदाता सूची में नाम लिखवाते थे।
उत्तराखंड के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब किसी प्रत्याशी का नामांकन इस कारण निरस्त हुआ है। भाजपा के लिए यह झटका कम नहीं है।
आनन फ़ानन में निर्दलीय लड़ रही कृष्णा राणा को बड़कोट से अब भाजपा अब प्रत्याशी बता रही है। यशोदा राणा की स्थिति अब आधी छोड़ पूरी को धावे, आधी मिले न पूरी पावे वाली ज़रूर हो गयी है।