कमल जगाती, नैनीताल
उत्तराखण्ड में निकाय चुनावों से पहले नैनीताल की भा.ज.पा.में आज बड़ी बगावत देखने को मिली है। यहां आज नामांकन के अंतिम दिन भा.ज.पा.से टिकट के छह मुख्य दावेदारों ने नामांकन कराकर प्रदेश भा.ज.पा.को बड़ा झटका दे दिया है।
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नैनीताल नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए आज शाम चार बजे तक 16 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन कराए थे। इसमें कांग्रेस के सचिन नेगी और भा.ज.पा.के अरविंद पडियार भी शामिल रहे। अचानक शाम चार बजे भा.ज.पा.के छह बागी अपना-अपना नामांकन कराने पहुँचे तो सभी लोग स्तब्ध रह गए। इसमें प्रदेश कार्यकारी सदस्य गोपाल रावत, वरिष्ट कार्यकर्ता पूरन मेहरा, अधिवक्ता दया किशन पोखरिया, महामंत्री भानु पंत, अधिवक्ता राकेश कुमार और रोहित भाटिया शामिल थे।
सभी प्रत्याशी अपने साथ दो-दो गवाह और एक प्रस्तावक लेकर पहुँचे थे। सभी ने अपने कागजात पहले से ही पूरे कर रखे थे। भा.ज.पा.का एक बागी कुंदन बिष्ट बीती रोज अध्यक्ष पद के लिए पहले ही नामांकन करा चुका है। उन्होंने भी टिकट वितरण में उपेक्षा का आरोप लगाते हुए समर्थकों संग नामांकन कराया था।
भा.ज.पा.प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गोपाल रावत ने बताया कि वो एक रणनीति के तहत असली भा.ज.पा.के बैनर तले अपने नामांकन कराने आए हैं। उन्हें विश्वास है कि पार्टी इन सात प्रत्याशियों में से एक को टिकट देगी। वो पार्टी को हमेशा से ही मजबूत बनाते आए हैं और आगे भी पार्टी को मजबूत बनाने की ही बात कह रहे हैं।
पार्टी सिंबल किसी और को दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हाई कमान को हारकर सिंबल उन्हीं में से किसी एक को देना होगा। उन्होंने ये भी कहा कि हम सब पीड़ित एकजुट हैं और सभी मिलकर अंतिम निर्णय लेंगे। अधिवक्ता दयाकिशन पोखरिया ने कहा कि यहां नगर अध्यक्ष मनमानी कर रहे हैं क्योंकि सांसद उनको संरक्षण देते हैं। उन्होंने कहा कि टिकट पार्टी के गद्दारों को आवंटित किया गया है। इसके अलावा बागी पूरन मेहरा ने कहा की नगर के साथ शुरू से ही साजिश हो रही है। कहा कि उन्होंने अब तक सभी को चुनाव लड़ाए हैं, लेकिन अब उनको लगता है कि पार्टी हाई कमान उनकी सुध ना लेकर उनकी अनदेखी कर रही है।